uttarakhand history

मुगल शासकों को लगता था कुमाऊं में मिट्टी धोने से सोना निकलता हैमुगल शासकों को लगता था कुमाऊं में मिट्टी धोने से सोना निकलता है

मुगल शासकों को लगता था कुमाऊं में मिट्टी धोने से सोना निकलता है

मध्यकाल में अपनी खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध कुमाऊं राज्य के तराई व भाबर क्षेत्र अत्यधिक ऊपजाऊ होने के कारण…

4 years ago

उत्तराखंड के आदि निवासी कौन हैं

उत्तराखंड के आदि निवासी कौन हैं सदियों से बहस का मुद्दा रहा है. सवाल का उत्तर जो भी हो पर…

4 years ago
कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में मुहर्रम जुलूस निकालने की प्राचीन परम्पराकुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में मुहर्रम जुलूस निकालने की प्राचीन परम्परा

कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में मुहर्रम जुलूस निकालने की प्राचीन परम्परा

ऐतिहासिक संदर्भ कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में  मुख्य रूप से अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रानीखेत और नैनीताल में ताज़िया बनाने की बहुत…

5 years ago
अंग्रेजों के ज़माने में पटवारी अपनी पट्टी का राजा होता थाअंग्रेजों के ज़माने में पटवारी अपनी पट्टी का राजा होता था

अंग्रेजों के ज़माने में पटवारी अपनी पट्टी का राजा होता था

पहाड़ में अब भी बड़े बुजुर्ग कहते हैं सबका बैर झेला जा सकता है पटवारी का बैर नहीं. अब भले…

5 years ago
छत्तीसी: चंद राजाओं के शासनकाल में वसूले जाने वाले करछत्तीसी: चंद राजाओं के शासनकाल में वसूले जाने वाले कर

छत्तीसी: चंद राजाओं के शासनकाल में वसूले जाने वाले कर

चंद राजाओं के शासनकाल में 36 तरह के राजकर वसूले जाते थे, जिन्हें छत्तीसी कहा जाता था. थातवान परगनाधिकारी— सीरदार…

5 years ago
लॉर्ड हार्डिंग ने बनवाया था काठगोदाम का वह बेजोड़ गौला पुललॉर्ड हार्डिंग ने बनवाया था काठगोदाम का वह बेजोड़ गौला पुल

लॉर्ड हार्डिंग ने बनवाया था काठगोदाम का वह बेजोड़ गौला पुल

[पिछली क़िस्त: 24 अप्रैल 1884 को सबसे पहले रेल पहुंची थी काठगोदाम में] काठगोदाम में गौला नदी पर सन 1913-14…

5 years ago
ब्रिटिश शासन काल की समयबद्धता याद दिलाते मुक्तेश्वर के गोंग टावरब्रिटिश शासन काल की समयबद्धता याद दिलाते मुक्तेश्वर के गोंग टावर

ब्रिटिश शासन काल की समयबद्धता याद दिलाते मुक्तेश्वर के गोंग टावर

नैनीताल जिले का छोटा सा कस्बा मुक्तेश्वर अंग्रेजों की देन है. लिंगार्ड नामक एक अंग्रेज ने इसकी खोज की और…

5 years ago
ब्रह्मपुर: पर्वतीय उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक राजधानीब्रह्मपुर: पर्वतीय उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक राजधानी

ब्रह्मपुर: पर्वतीय उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक राजधानी

ब्रह्मपुर चौथी व छठी-सातवीं शताब्दी के मध्य में उत्तराखण्ड के पर्वतीय राज्य की राजधानी हुआ करती थी. इतिहासकारों के अनुसार…

6 years ago
क्या आप जानते हैं उत्तराखंड के इतिहास में 5 सितम्बर का महत्वक्या आप जानते हैं उत्तराखंड के इतिहास में 5 सितम्बर का महत्व

क्या आप जानते हैं उत्तराखंड के इतिहास में 5 सितम्बर का महत्व

उत्तराखण्ड में स्थित अल्मोड़ा जनपद का पश्चिमी सीमावर्ती इलाका सल्ट कहलाता है. तीखे ढलान वाले रुखे-सूखे पहाड़, पानी की बेहद…

6 years ago
क्या आप जानते हैं महात्मा गांधी ने उत्तराखंड की कितने बार यात्रा कीक्या आप जानते हैं महात्मा गांधी ने उत्तराखंड की कितने बार यात्रा की

क्या आप जानते हैं महात्मा गांधी ने उत्तराखंड की कितने बार यात्रा की

उत्तराखण्ड के स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन के सूत्रपात में प्रमुखतया महात्मा गांधी की भूमिका मानी जाती है. राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस…

6 years ago