Garhwal

कुमाऊँ-गढ़वाल में बाघ के बच्चे को मारने का दो रुपये ईनाम देती थी क्रूर अंग्रेज सरकारकुमाऊँ-गढ़वाल में बाघ के बच्चे को मारने का दो रुपये ईनाम देती थी क्रूर अंग्रेज सरकार

कुमाऊँ-गढ़वाल में बाघ के बच्चे को मारने का दो रुपये ईनाम देती थी क्रूर अंग्रेज सरकार

आज जब कि सारी दुनिया में वन्यजीवों को बचाने के लिए आन्दोलन चलाये जा रहे हैं और सरकारें ‘बाघ बचाओ’…

6 years ago
मदमहेश्वर: जहां शिव की नाभि पूजी जाती हैमदमहेश्वर: जहां शिव की नाभि पूजी जाती है

मदमहेश्वर: जहां शिव की नाभि पूजी जाती है

द्वितीय केदार मदमहेश्वर मद्महेश्वर, मध्यमहेश्वर या मदमहेश्वर उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग जिले में है. यह पंचकेदार मंदिर समूह…

6 years ago

ये हैं उत्तराखण्ड की पांच संसदीय सीटें

पूरे देश में अगले महीने से सत्रहवीं लोक सभा के चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव आयोग ने घोषणा की…

6 years ago
झंगोरा: पहाड़ का पारंपरिक व पौष्टिक अनाजझंगोरा: पहाड़ का पारंपरिक व पौष्टिक अनाज

झंगोरा: पहाड़ का पारंपरिक व पौष्टिक अनाज

विभिन्न नामों से जाना जाता है झंगोरा उत्तराखण्ड में झंगोरा (Jhangora) नाम से पहचाने जाने वाले अनाज का वानस्पतिक नाम…

6 years ago
धौली और नन्दा की कथाधौली और नन्दा की कथा

धौली और नन्दा की कथा

कार्तिग के महीने गांव के ऊपर नीचे की सारियां फसल काटने के बाद खाली हो जाती. आसमान बरसात के बाद…

6 years ago
रामी बलोद्याण की कथारामी बलोद्याण की कथा

रामी बलोद्याण की कथा

बरसाती झड़ी की एक सुबह से मैंने दादी से रट लगाई दूध का हलवा बना. वो बोली आज पिस्युं नी…

6 years ago
सोने के बालों वाली सूना और उसके बीरा की कथासोने के बालों वाली सूना और उसके बीरा की कथा

सोने के बालों वाली सूना और उसके बीरा की कथा

बर्फ पड़ने के बाद की सुरसुराहट अब कम होने लगी थी. डाँडी-काँठी में जमा ह्यूं सर्दीले घाम के मद्धिम ताप…

7 years ago
चालाक गीदड़ और शिबजी की कथाचालाक गीदड़ और शिबजी की कथा

चालाक गीदड़ और शिबजी की कथा

जिन दिनों खेतों में हल लगाने का काम होता घर के सब बड़े लोग बच्चों की तरफ ध्यान ही नहीं…

7 years ago
मेहनती बहू और रात के अएड़ी की कथामेहनती बहू और रात के अएड़ी की कथा

मेहनती बहू और रात के अएड़ी की कथा

भरपूर चढ़क रूढ़ (गर्मी) पड़ रही थी. माटु, ढुंगी, पेड़, पत्ती, अल्मोड़ी, घिलमोड़ी, पौन-पंछी, कीट-पतंगारे, सांप-बाघ सब रूढ़ से बेहाल.…

7 years ago
ह्यूंद का चोर और लागुली की काखड़ियाँह्यूंद का चोर और लागुली की काखड़ियाँ

ह्यूंद का चोर और लागुली की काखड़ियाँ

इन दिनों भादो-असोज के चटक नीले आसमान से बिखरते घाम से हरे गलीचे सी बिखरी घास, पेड़ों की टहनियों से…

7 years ago