Garhwal

चक्की, बुढ़िया और बच्चे की कहानी

सुदूर पहाड़ी गाँव में पठाली से छाये लाल मिट्टी और गोबर से लीपे गए एक घर के कोने मे लगाई…

6 years ago

फूलदेई से पहले खिलते हैं प्योंली के फूल

आसमान को छेदती, नुकीली ऊँची-ऊँची बर्फीली चोटियों की तलहटी में देवदार,भोज और रिंगाल के हरे-भरे सघन जंगलों के बीच एक…

6 years ago

गंगू रमौल और सेम मुखेम के नागराजा श्रीकृष्ण

गढ़वाल की प्रचलित लोकगाथाओं के अनुसार गंगू रमौल टिहरी जनपद में स्थित सेम-मुखीम क्षेत्र के मौल्यागढ़ (रमोलगढ़) का रहनेवाला एक…

6 years ago

दरातियां, कुदालें, कैस्टो मुखर्जी और ट्रक में गढ़वाल का सफ़र

लगातार छह दिनों तक एक हजार किलोमीटर से कुछ ज्यादा का सफर ड्राइवर के बगल में बैठने के बाद एक…

6 years ago

खाल का अर्थ अलग-अलग है कुमाऊं और गढ़वाल में

गढ़वाली बोली बोले जाने वाले इलाकों में 'खाल' शब्द का सम्बन्ध पहाड़ की चोटी के नज़दीक स्थित उस गहरे और…

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तीलू रौतेली की दास्तान: जन्मदिन विशेष

मध्यकाल में गढ़वाल के पूर्वी सीमान्त के गांवों पर कुमाऊं की पश्चिमी उपत्यकाओं पर बसे कैंतुरा (कत्यूरा) लोग निरंतर छापा…

6 years ago

जोगी और गौरा की कथा

दिन भर रुक रुक कर बारिश और उसके साथ बर्फ पड़ती रही.माँ और दादी नंगे पैर पनदेरे से गागर में…

6 years ago