हैडलाइन्स

हरीश रावत असम में गिरफ्तार

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत आज असम के गुवाहाटी शहर में गिरफ्तार कर लिए गए.

हरीश रावत आज गुवाहाटी में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आहूत धरना प्रदर्शन में भाग ले रहे थे. यह विरोध प्रदर्शन बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, महिलाओं पर अत्याचार, विदेशों में भारतीयों की गिरती साख और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को केंद्र में रख कर किया जा रहा था.

असम कांग्रेस के प्रभारी के रूप में इस धरने में भाग ले रहे हरीश रावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता – जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, रिपुन बोरा, मानिक कुंवर जितेन्द्र सिंह, देबब्रत सैकिया और रकीबुल हुसैन भी दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार कर लिए गए.

हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज में इस धरने को लेकर एकाधिक पोस्ट लगाते हुए उन्होंने लिखा है –

कल मैंने, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री रिपुन बोरा जी, नेताप्रतिपक्ष, श्री देवव्रत सैकिया, उपनेता, श्री रकिबुल हुसैन सहित अन्य साथियों के साथ, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, व्यापारियों पर किये जा रहे अत्याचार और शोषण, महिलाओं का उत्पीड़न, आर्थिक मंदी आदि के विरोध में असम के जिला नौगाँव शहर में रैली निकाली व SBI बैंक के सामने धरना दिया।

आज, #Guwahati, Assam में #असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित “#बढ़ती#महंगाई#बेरोजगारी#आर्थिक मंदी, #महिलाओं पर अत्याचार, विदेशों में भारतियों की गिरती #साख, देश में व्याप्त #भ्रष्टाचार के खिलाफ #धरना प्रदर्शन” कार्यक्रम में मैंने सभी कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ प्रतिभाग किया।

काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री

काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें

Kafal Tree

Recent Posts

अंग्रेजों के जमाने में नैनीताल की गर्मियाँ और हल्द्वानी की सर्दियाँ

(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में आज से कोई 120…

2 days ago

पिथौरागढ़ के कर्नल रजनीश जोशी ने हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग के प्राचार्य का कार्यभार संभाला

उत्तराखंड के सीमान्त जिले पिथौरागढ़ के छोटे से गाँव बुंगाछीना के कर्नल रजनीश जोशी ने…

2 days ago

1886 की गर्मियों में बरेली से नैनीताल की यात्रा: खेतों से स्वर्ग तक

(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में…

3 days ago

बहुत कठिन है डगर पनघट की

पिछली कड़ी : साधो ! देखो ये जग बौराना इस बीच मेरे भी ट्रांसफर होते…

4 days ago

गढ़वाल-कुमाऊं के रिश्तों में मिठास घोलती उत्तराखंडी फिल्म ‘गढ़-कुमौं’

आपने उत्तराखण्ड में बनी कितनी फिल्में देखी हैं या आप कुमाऊँ-गढ़वाल की कितनी फिल्मों के…

4 days ago

गढ़वाल और प्रथम विश्वयुद्ध: संवेदना से भरपूर शौर्यगाथा

“भोर के उजाले में मैंने देखा कि हमारी खाइयां कितनी जर्जर स्थिति में हैं. पिछली…

1 week ago