श्रीलंका में गाले से कोलम्बो जाते समय प्रसिद्ध साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल की एक सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु का एक और दुखद आयाम यह है कि उनके साथ उनकी पुत्री कनुप्रिया और पौत्र श्रेयस का भी निधन हो गया. Deceased Daughter of Ganga Prasad Vimal was a Famous TV Anchor Kanupriya
माना जा रहा है कि जिस वैन में बैठकर यह यात्रा हो रही थी उसके ड्राइवर को नींद आ गयी जिसकी वजह से वैन एक कंटेनर से टकरा गयी.
स्व. गंगा प्रसाद विमल की पुत्री कनुप्रिया टीवी का एक जाना माना नाम थीं. उन्हें याद करते हुए मशहूर पत्रकार रवीश कुमार ने आज अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है –
“धर्मवीर भारती की कविता से अपना नाम लेकर आई थी. उसके पिता ने बहुत चाव से यह नाम चुना होगा. हमलोग उसके लिए एंकर लिंक लिखा करते थे. मॉडलिंग और मिस इंडिया की दुनिया छोड़ टीवी में आई थी. जब देखो, जिस साल देखो वैसी की वैसी दिखती थी. अक्सर मज़ाक़ मे कहता था यार तुम ने खाने की तमाम इच्छाओं को कैसे कंट्रोल कर लिया है. “
“धीरे धीरे हम समझ गए कि उसे सुपर फ़िट होने की सनक नहीं है. वह एक अनुशासित जीवन जीने की आदी है. उसने कभी किसी को ऐसा कुछ कहा भी नहीं कि आप याद रखें. कोई शिकवा शिकायत नहीं. उसकी आवाज़ बिल्कुल साफ़ थी. बिना छल कपट वाली. मुस्कुराती हुई. फिर एक दिन मॉडलिंग की तरह टीवी की दुनिया से भी दूर चली गई. “
“कई साल गुजर गए. एक साल उसने गिफ़्ट का पैकेट भेजा. कार्ड का नाम पढ़ते ही चौंका. फ़ोन किया तो हँसने लगी. तुम भूल गए होंगे इसलिए सोचा याद दिलाती हूँ. हम सब तुम्हारे फ़ैन हैं. तुमने इन सालों में कुछ खाया भी कि नहीं. वही जवाब हूँ तो वैसी ही. यार कनुप्रिया तुम मुझे नहीं खाना सीखा दो. हंसती रही. उसने कहा कि अच्छा लगता है तुम्हारा काम तो मेरी तरफ़ से शुक्रिया समझना और जल्दी मिलते हैं. हम नहीं मिले. “
“तभी गंभीर आर्थिक चर्चाओं वाले एक व्हाट्स एप ग्रुप में KP बन कर लौटी. खेती के बारे में कितना कुछ जानने लगी थी. मॉडलिंग और टीवी से निकल कर गाँव और किसानों के बीच भटकने लगी. सब KP की बातों को ध्यान से सुनने लगे. राजनीति से लेकर दूसरे विषयों पर उसकी बातों का वज़न था. कोलंबो में ड्राईवर को नींद आ गई और कनुप्रिया, उसकी बेटी और पिता गंगा प्रसाद विमल की दुर्घटना में मौत हो गई. जिसके होने से किसी को सुई बराबर चुभन नहीं हुई होगी उसकी मौत ऐसे आई. उसे देखकर यही ख़्याल आता है कि कोई उसके जैसा कैसे हो सकती है. कोई कनुप्रिया कैसे हो सकती है? अब कनुप्रिया क्यों नहीं है. अलविदा के पी. कनुप्रिया.” Deceased Daughter of Ganga Prasad Vimal was a Famous TV Anchor Kanupriya
उत्तराखंड के छोटे से गांव से दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक मंचों तक प्रो. गंगाप्रसाद विमल का सफ़र
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