कॉलम

ऐसा है गोविन्द बल्लभ पन्त के गांव का हाल : जन्मदिन विशेष

आज गोविन्द बल्लभ पन्त का जन्मदिन है. यह बात बड़ी रोचक है गोविन्द बल्लभ पन्त के जन्म की तारीख 10…

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कथाकार शेखर जोशी ने आज 91वें वर्ष में प्रवेश किया है

बात ‘गलता लोहा’ से शुरू करते हैं, जो शेखर जोशी जी की अपेक्षाकृत कम चर्चित कहानी है. पहाड़ के एक…

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हिमालय और उसके जन-जीवन की गहन पड़ताल है ‘दावानल’

अब ताला क्या लगाना!तो क्या कोठरी खुली ही छोड़ दे?असमंजस में वह बंद दरवाजे के सामने खड़ा रह गया.(पृष्ठ-9) ‘दावानल’…

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पहाड़ में ताल-चाल-खाल बनाम अमृत सरोवर

उत्तराखंड में पारम्परिक रूप से बरसात के पानी को रोकने के लिए बनाए तालाबों को चाल -खाल कहते हैं. अमूमन…

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राग गधईया बिलावल, बहुत बड़ा ख़्याल

फिर वही! क्या स्वतंत्रता का अधिकार बस नाम के लिये दिया गया है संविधान में? शुरू किया नहीं कि टोका-टाकी…

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कहो केदार क्या हाल हैं : एक यात्रा वृतांत

पहली बार केदारनाथ गया तो वहां के हाल देख पर्यावणविद सुंदरलाल बहुगुणाजी का कहा याद आया कि ग्लेशियर धीरे-धीरे मरुस्थल…

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क्या पहाड़ एक भी सैनिक स्कूल के काबिल नहीं

उत्तराखंड राज्य की स्थापना एक पर्वतीय राज्य की संकल्पना के साथ हुई. इसके तराई भाबर के मैदानी इलाकों को पहाड़ों…

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कोट भ्रामरी के नंदादेवी मेले में पहाड़ के लोग

पहाड़ में बसने वाले लोग खुद में पूरा पहाड़ जीते हैं, उनके चेहरे बताते हैं वो क्या हैं, उनकी हंसी…

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छुरमल मंदिर कण्डाराछीना में भव्य रांख की तस्वीरें

कुमाऊं के लोकदेवताओं में छुरमल का नाम प्रथम पंक्ति के लोकदेवताओं में लिया जाता है. छुरमल कालसिण और हयूंला के…

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6 सितम्बर को अंग्रेजी दरबार में लगा था ‘गो बैक मैलकम हेली’ का नारा

यह 1932 का बरस था और सितम्बर महीने की 6 तारीख. आज पौड़ी में लाट मैलकम का दरबार लगा था.…

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