कॉलम

कहानी : भिटौली यानी मां उदास है

भिटौली का महीना शुरू हो चुका था. अगल-बगल की महिलाओं की भिटौली पहुँचने लगी थी. कागज की पुड़िया में मिठाई-बतासे…

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लोक कथा : बिणिभाट और उसकी सात बहुएँ

बिणिभाट नाम के ब्राह्मण की सात बहुएं थीं लेकिन सभी निःसंतान. एक दिन बिणिभाट हाट से लौट रहा था तो…

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लोक कथा : जूँ हो!

नरेन और मधुली दोनों जुड़वां का आपसी स्नेह गाँव भर में चर्चा का विषय रहता. दोनों भाई-बहनों को कोई भी…

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अल्मोड़ा में महिला होली के रंग : फोटो निबंध

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में इन दिनों होली की धूम है. महिलाएं, बच्चे, पुरुष सभी होली के रंग में हैं. अल्मोड़ा…

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हैं बिखरे रंग माज़ी के

उस तरफ विपुल की आवाज़ थी. इस तरफ फोन के जाने कौन था. तब तक, जब तक मैं नहीं था!…

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लोक कथा : लड़की जिसका सर्प के साथ ब्याह हुआ

एक अन्यायी और चापलूसी-पसंद राजा था. जो तो उसकी चाटुकारी में कसीदे गढ़ता उसे वह खूब खैरात बांटता लेकिन जो…

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पिथौरागढ़ के लंदन फोर्ट में नाटक हट्टमाला के उस पार मंचन

भाव राग ताल नाट्य अकादमी द्वारा आयोजित, 'मूल लेख बादल सरकार व हिंदी अनुवाद अभिषेक गोस्वामी' नाटक "हट्टमाला के उस…

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लोक संस्कृति के आधार स्तंभ थे शिवचरण पांडे

बीते मंगलवार उत्तराखंड लोक संस्कृति के आधार स्तंभ शिवचरण पांडे का लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया. शिवचरण पांडे…

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लोक कथा : मनमंजरी और सियार

किसी जंगल में एक बकरा और बकरी साथ रहा करते थे. बकरी का नाम था मनमंजरी. दोनों बहुत दुखी थे,…

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लोक कथा : माँ की ममता

प्यार से गोपू पुकारा जाने वाला गोपाल बहुत मिन्नतों के बाद पैदा हुई अपने माता-पिता की इकलौती संतान था. माता-पिता…

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