कॉलम

उत्तराखंड के जाबांज सैनिकों के लिये एक कुमाऊनी गीत मुम्बई से

उत्तराखंड में सैनिकों को समर्पित एक बड़ा लोकप्रिय गीत है - घुघूति न बासा, आम की डाई में घुघूति न…

5 years ago

कफल्टा से श्रीकोट तक उत्तराखंड का जातिवादी चेहरा

प्रसिद्ध समाज सुधारक हरिप्रसाद टम्टा ने सन् 1935 में लिखा कि ‘सन् 1911 में जार्ज पंचम के अल्मोड़ा आगमन पर…

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प्राइवेट स्कूल से होड़ लगाता गंवई इस्कूल और जौनसारी बच्चों की ताहिरा मैडम

सरकारी स्कूल के बच्चों और शिक्षा की बात चलती है तो साधारण रूप से मन में शिक्षा में पिछड़े, उद्दंड…

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उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों तक नहीं पहुंच पाती हैं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

महात्मा गांधी ने कहाँ है कि ‘असली भारत गाँवों में बसता हैं’, मगर हमारे गाँव अब बीमार हो रहे हैं.…

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कुमाऊं के रास्ते कैलाश मानसरोवर जाने वाली सड़क तैयार, देश को समर्पित हुई

कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत की सबसे कठिन और पवित्र धार्मिक यात्राओं में एक है. भारत के लोग कैलाश मानसरोवर की…

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इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है

इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है. सबसे ऊपर रेलवे की पटरी है.…

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ठाकुर रवीन्द्रनाथ के एक गीत की याद और शर्मिष्ठा चक्रवर्ती बिष्ट का गायन

सुंदरी के पेड़ों, खूब मिट्टी, कीचड़ और दलदल से भरा एक ज्वारग्रस्त इलाका है सुंदरबन. खाड़ी में गिरने से पहले…

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ग्राफ्टिंग तकनीक से बदल सकती है उत्तराखण्ड की भी तस्वीर

उद्यानिकी के क्षेत्र में ग्राफ्टिंग टैक्नीक (कलम बन्दी विधि) कोई नया प्रयोग नहीं है, वर्षों से उद्यानों में इस विधि…

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मिलम ग्लेशियर का वह सफ़र जो आखिरी हो सकता था

मिलम, कहते हैं किसी समय अल्मोड़ा जिले के सबसे बड़े गांवों में एक गिना जाता था. यह इतना बड़ा था…

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दुनियाभर के भूत-मसाणों को साध देने वाले हुए मेरे बड़बाज्यू

मेरे दादाजी बलशाली व्यक्ति रहे होंगे. हम छुट्टियों में गाँव जाते थे. दादाजी रात को किस्से सुनाते. हर पिछली शाम…

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