कॉलम

पहाड़ियों का साल का पहला त्यौहार है हरेला

अभी दस पन्द्रह साल पुरानी ही बात होगी सरकारी अन्तर्देशी पत्र में मोहरों के साथ हल्का टीका लगा रहता और…

4 years ago

केदारनाद की टोकरी से हरेले का एक गीत

पिछले कुछ सालों से उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा लोक संगीत को नए कलेवर में पेश करने का चलन देखने में…

4 years ago

भगवान कृष्ण की माता देवकी के जन्म की कुमाऊनी लोककथा

हिमालयी लोकगाथाओं में कृष्ण को नागों का राजा अर्थात नागराज कहा जाता है. कृष्ण के जन्म और बचपन को लेकर…

4 years ago

यूं ही कोई दाज्यू नहीं बन पाता

दाज्यू बोले तो, भाईजी या बड़ा भाई. बचपन में मुंशी प्रेमचन्द की कहानी बड़े भाई साहब पढ़ी थी. उनके दाज्यू…

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पहाड़ के भाईयों की कलाई में सजेगी रिंगाल से बनी राखी

रिंगाल की राखी. यह कल्पना ही स्वयं में अद्भुत है. पहाड़ से जुड़ा कोई भी व्यक्ति के इसे सुनते ही…

4 years ago

‘भगवान की मर्जी’ के नाम पर अविवाहिता के गर्भ को क्यों नहीं स्वीकारा जाता

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 61 (Column by Gayatree Arya 61)पिछली किस्त का लिंक: ढलती उम्र में बेडौल…

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भगवान मूलनारायण का निवास स्थल शिखर और उनसे जुड़ी कथा

अपनी अत्युत्तम् प्राकृतिक सौन्दर्यता की अत्यधिक धनी, हर व्यक्ति के मन को बार-बार मोहित करने वाली इस नैनीताल नगरी की…

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कुमाऊनी महाभारत गाथा से एक दिलचस्प अनसुनी कथा

एक दिन भटकते हुए सातों पाण्डव एक दुद बुढ़िया (नर मांस खाने वाली एक बढिया) के घर पहुँचे. यह दुद…

4 years ago

घर पर ऐसे बनती है पहाड़ियों की जनेऊ

जन्यौ पुन्यू के अवसर पर आपके कुल पुरोहित आपको जनेऊ भेट करने अवश्य आयेंगे, यदि वे बाजार से खरीदकर जनेऊ…

4 years ago

आदतों के बांस से बजेगी सफलता की बांसुरी

आदतें बड़ी कमाल की चीज हैं. अगर इंसान में सही आदतें आ गईं, तो वे उसे कामयाबियों के शिखर पर…

4 years ago