आमा का पुरुषार्थ - 3 निरक्षर आमा का साक्षर संसार यूं तो आमा निरक्षर थी. दाहिने अंगूठे से उनका सारा…
बहुत मुश्किल से एक अदद मामूली नौकरी पा लेने के बाद उसने महसूस किया कि अभी और भी कई चीजें…
अपने ही जीवन में हम कई ऐसे लोगों को जानते हैं, जिन्होंने अपनी जीवन-यात्रा से हमें हैरान किया है. वे…
ठठ्वाणी और चौलाई के लड्डू का स्वाद तो उत्तराखंड के लोग खूब जानते हैं लेकिन अब इसे पूरा विश्व जानेगा.…
पहाड़ में अपनी भावनाओं को रेखाओं, आकृतियों का रूप दे उनमें रंग भर जीवंत कर देना हर घर-आँगन, देली-गोठ और…
मेरी पैदाइश और परवरिश कई छोटे कस्बों एवं नगरों में हुई है, इसके बावजूद मेरा अपने पैतृक स्थान से अलग…
मैदान में रहकर पहाड़ के लिये वॉव, ब्यूटीफूल, अमेजिंग, सुंदर, अद्वितीय, अद्भुत के सिवाय और किसी शब्द नहीं निकलते लेकिन…
रामगढ़ ब्लॉक के ओड़ाखान गांव निवासी कमला नेगी को लोग "टायर डॉक्टर" के नाम से भी जानते हैं. जाने भी…
चौकोड़ी से बागेश्वर जाने वाली सड़क में कोटमन्या से शुरु होता है एक अद्भुत संसार. घने, छायादार जंगलों के बीच…
ढांटा ब्या उत्तराखण्ड के खशों में प्रचलित तथा सामाजिक मान्यता प्राप्त निरनुष्ठानिक विवाह का एक प्रकार था. इसमें कोई सधवा…