पिछली कड़ी - सासु बनाए ब्वारी खाए घुघूती-बासूती…क्या खांदी?दुधु-भाती!मैं भी दे…जुठू छकैकू?मेरू!तेरी ब्वै कख?ग्वोठ जायीं.क्या कर्न?दूधु द्धेवणा!ग्वोठ को छ?गाय-बाछी.बाछी कन…
हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण किन्तु सबसे शांत कवियों में से एक विनोद कुमार शुक्ल की कविता `मुझे बिहारियों से…
करीब पिछले दो दशकों से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव दुनिया भर में देखा जा रहा है. जलवायु परिवर्तन की इस…
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एक बार फिर से बेहद सक्रिय हो गए हैं. फरवरी के महीने उन्होंने पहले गढ़वाल…
उत्तराखण्ड के सीमांत जिले चमोली का एक छोटा सा कस्बा है देवाल. देवाल आसपास के गाँवों का ब्लॉक मुख्यालय तो…
फागुन कृष्ण चतुर्दशी के दिन शिव-पार्वती विवाह के पर्व रूप में मनाई जाती है शिव रात्रि. मान्यता है कि इसी…
पहाड़ों में खिलते फ्यूंली और बुरांश को देखने जैसा सुकून देने वाली एक खबर हल्द्वानी से है. हल्द्वानी में एक…
शतरंज की दुनिया में उत्तराखण्ड का एक सितारा अपनी चमक बिखेरने की पुरजोर तैयारी कर रहा है. इस नन्हे प्रतिभावान…
सुबह-सुबह फुटपाथ के किनारे पड़ी हुई पलास्टिक पालीथीन गत्ता कागज पालास्टिक से बने अन्य समान जो अब कूडे का आकार…
पूस की रातों में कांसे की थाली, ढोल-हुड़के की थाप पर देवता भी अवतरित किए जाते. कहीं गंगनाथ जू तो…