आओ मिलकर सोचें

5 years ago

[यह आलेख हमारे पाठक प्रबोध उनियाल ने आज यानी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भेजा है. उनका एक लेख हम…

बलि का बकरा – देवेन मेवाड़ी की कहानी

5 years ago

कहानी की कहानी उर्फ़ बकरा बलि का ईजा (मां) बीमार थी. उसका बहुत मन था कि देबी खूब पढ़े हालांकि…

असल झण्डा छूने तक को न मिला – वीरेन डंगवाल की कविता ‘पन्द्रह अगस्त’

5 years ago

पन्द्रह अगस्त - वीरेन डंगवाल सुबह नींद खुलती तो कलेजा मुंह के भीतर फड़क रहा होता ख़ुशी के मारे स्कूल भागता झंडा खुलता ठीक…

हम इन सारी गुलामियों से बाहर आएँगे और असल आजादी का जश्न मनाएँगे

5 years ago

कल रात आज़ादी सपने में आई थी. उदास, गुमसुम सी सिरहाने पर बैठी किसी सोच में डूबी हुई. तफ्तीश की…

गुमानी और गौर्दा का देशप्रेम

5 years ago

कुमाऊं अंचल में हिंदी की खड़ी बोली में साहित्य की परंपरा लम्बे समय तक मौखिक रही. कुमाऊं में हिंदी की…

15 अगस्त स्पेशल : कुमाऊं-गढ़वाल से आजादी की लड़ाई की दुर्लभ तस्वीरें

5 years ago

भारत के स्वाधीनता संग्राम में कुमाऊँ-गढ़वाल का बड़ा योगदान रहा था. कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में इस पर्वतीय क्षेत्र के…

भारत के ‘आखिरी’ गांव माणा की तस्वीरें

5 years ago

हमारे साथी नरेंद्र सिंह परिहार ने गढ़वाल के चमोली जिले के माणा गांव की कुछ मनोहारी छवियाँ भेजी हैं (Last…

बिशनी देवी साह – स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान जेल जाने वाली उत्तराखंड की पहली महिला

5 years ago

अंग्रेजों की दासता से पीड़ित भारतीय जनता ने आखिरकार 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का झण्डा बुलन्द कर ही…

डीएसबी नैनीताल यानी उत्तराखंड में आधुनिकता का प्रवेश द्वार

5 years ago

आधुनिकता को अंग्रेजों के आगमन और उनकी भाषा के साथ आये ज्ञान-विज्ञान के साथ जोड़कर देखा जाता है. कुछ हद…

दूधपानी को मिलम पहुंचाने वाले मुनस्यारी के धरम राय

5 years ago

मध्य हिमालय के भारत तिब्बत सीमा में स्थित मिलम ग्लेशियर से निकलने वाली गोरीगंगा की सुरम्य जोहार घाटी का प्राकृतिक…