पिछली कड़ी अंधेरा घिरने लगा तो वापस गांव के ठिकाने को चले. तब सायद पांच परिवार ही मिलम में प्रवास…
पिछली कड़ी मौसम को करवट बदलते देख वापस हो लिए. मर्तोली गांव की गलियों में भटकने लगे. जिन गलियों में…
पिछली कड़ी सुबह बारिश ने जोर पकड़ लिया था. बारिश रूकने का इंतजार करने लगे. लखनऊ की ज्योलोजिकल सर्वे आफ…
पिछली क़िस्त का लिंक – जोहार घाटी का सफ़र - 5 मुनस्यारी को जोहार घाटी का प्रवेश द्वार भी कहा…
पिछली क़िस्त का लिंक – जोहार घाटी का सफ़र -4 'मामा अब नहीं आएंगे हम ट्रैकिंग में... ! मिलम गांव से…
उत्तराखण्ड की पावन भूमि आदिकाल से ही मानव सभ्यता का गढ रही है. मनीषीयों, विद्वानों, साधु-सन्तों, विचारकों और तपस्वियों की…
(पिछली क़िस्त का लिंक - जोहार घाटी का सफ़र -3) हमने नर बहादुर को ढूंढने में खुद के खो जाने…
(पिछली क़िस्त का लिंक - जोहार घाटी का सफ़र - 2) काफी देर बाद यह सहमति बनी कि कैमरे दे…
(पिछली क़िस्त का लिंक - जोहार घाटी का सफ़र - 1) मुनस्यारी में हमें परमिट को ध्यान से पढ़ने पर…