अशोक पाण्डे

आज शैलेश मटियानी जी को गए उन्नीस साल बीत गए

उनके पास बहुत सारी भाषाएँ थीं जिन्हें वे जीवन भर तराशते रहे. उनके यहाँ असंख्य ठेठ गंवई पात्र हैं तो…

4 years ago

आज चार्ली चैपलिन की जयन्ती है

आज यह हिसाब लगाना मुश्किल है कि चार्ली चैपलिन किस कदर लोकप्रिय थे. दुनिया के सबसे बड़े कलाकार, चित्रकार, कवि,…

4 years ago

मुनस्यारी के जांबाज़ धरमसिंह मरतोलिया और उनका कुनबा

कोई बीस बरस पहले धरमसिंह लकड़ी काटने जंगल गए थे जब भालू ने उन पर हमला बोल दिया. उनका छोटा…

4 years ago

यस्य गृहे चहा नास्ति, बिन चहा चहचहायते

नैनीताल में मेरे क्लासफैलो थे कामरेड दीनबंधु पन्त. विचारधारा से वामपंथी इन जनाब की खासियत यह थी कि वे पारिवारिक…

4 years ago

तुम से माफी माँगता हूं सतपुली की विजेश्वरी!

नदी की तरफ उतरते समय वह किनारे पर कपड़े धोती नजर आती है. हम नदी के तट पर दो-एक घंटे…

4 years ago

कुछ तो करना है पहाड़ के लिए

बीस साल तक दुनिया-जहान में तमाम धकापेल कारपोरेट नौकरियां करने के बाद मार्च की एक रात सिड कपूर को उसकी…

4 years ago

पहाड़ की बेकरियों में बनने वाला फैन पूरे देश को एक बनाता है

भारत में फैन की मूल डिजाइनिंग इस तरह की गयी है कि कांच के नन्हे गिलास के साथ उसका ज्यामितीय…

5 years ago

वर्नियर कैलीपर्स, धनतेरस और नैनीताल में फिजिक्स की क्लास

हर साल फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार घोषित होता है. हर साल कलेजे पर लम्बे समय से चस्पां पुराना नासूर दुखने…

5 years ago

शैलेश मटियानी एक ही था

छुरी की धार तेज करता हुआ एक किशोर ग्राहक का इन्तजार कर रहा है. अभी अभी काटा गया बकरा लोहे…

5 years ago

हर घर की डिब्बा कथा

दशहरे के बाद घर में कई-कई दिन चलने वाली सालाना सफाई बताती है कि मनुष्य मूलतः डिब्बाप्रेमी प्रजाति है. गोपन-अगोपन…

5 years ago