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मकर संक्रान्ति पर कमल जोशी के भकार से काले कौव्वा

उत्तरायणी, उत्तरैण, पुसुणिया आदि नामों से मकर सक्रांति (Makar Sankranti) का त्यौहार उत्तराखंड में मनाया जाता है. उत्तराखंड के सभी…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 84

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद के बीच एक दुर्लभ संवाद

कोई भी प्रार्थना बेकार नहीं जाती स्वामी विवेकानंद: मैं समय नहीं निकाल पाता. जीवन आप-धापी से भर गया है. रामकृष्ण…

6 years ago

तीसरी कसम उर्फ मारे गये चिलबिल

अंतर देस इ उर्फ़… शेष कुशल है! भाग – 15 अमित श्रीवास्तव (पिछली क़िस्त: पप्पन पांडे का निबन्ध) गुडी गुडी…

6 years ago

विवेकानन्द के राष्ट्रवाद का प्रतिगामी है आज का राष्ट्रवाद

12 जनवरी 1863 को कलकत्ता मे नरेन्द्रनाथ का जन्म होना फिर स्वामी रामकृष्ण परमहंस के संपर्क में आकर बालक नरेंद्र…

6 years ago

स्वामी विवेकानन्द की उत्तराखण्ड यात्राएँ

स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) ने अपने जीवनकाल में उत्तराखण्ड (Uttarakhand) की चार बार यात्रा की. स्वामी विवेकानन्द द्वारा अपने मित्रों…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 83

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

उत्तराखण्ड का लोकपर्व उत्तरायणी

उत्तराखण्ड (Uttarakhand) का लोक पर्व उत्तरायणी अब करीब ही है. इस मौके पर होने वाले मेले सज चुके हैं और…

6 years ago

पंतनगर के सन्नाटे में धांय-धांय

कहो देबी, कथा कहो – 28 पिछली कड़ी: कहो देबी, कथा कहो – 27, आसमान टूट पड़ा क्या नहीं था…

6 years ago

रोजगार दिख नहीं रहा, यूबीआइ क्या गुल खिलाएगा

बड़ी अजीब स्थिति है भारत सरकार में बैठे रणनीतिकारों की। दुनिया के तमाम विकसित देशों की बराबरी का ख्वाब देखते…

6 years ago