पर्यावरण

चोपता : खूबसूरत गुलाबी बुराँश का अदभुत संसार

चोपता उत्तराखंड की सबसे खुबसूरत जगहों के रूप ने जानी जाती है. दो हजार छः सौ आठ मीटर की ऊंचाई…

3 years ago

उत्तराखण्ड में जमीन की लूट और आईपीएस द्वारा करोड़ों के घोटाले का कनेक्शन

उत्तराखण्ड से जुड़ा एक मामला आजकल विभिन्न लॉ पोर्टलों के माध्यम से राज्य के सोशल मीडिया तक पहुंच चर्चा में…

3 years ago

कॉर्बेट पार्क की कहानी : बाघ अवसरवादी भी होते हैं

बाघ अवसरवादी भी होते हैं इसका एक नजारा ढिकाला के ग्रासलैंड में देखने को मिला जहां एक युवा बाघ जिप्सियों…

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ओण दिवस जंगलों का धधकना नियंत्रित कर सकता है.

उत्तराखंड इस समय बेहद विषम पर्यावरणीय परिस्थितियों से गुजर रहा है. परंपरागत जल स्रोतों नौलौ, धारों, गाड़, गधेरों, गैर-हिमानी नदियों…

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रिलकोट में तेज हवा की धार के बीच नर मेमनों का बधियाकरण

अस्थायी प्रवास हिमालय के चरवाहों के जीवन का अभिन्न हिस्सा होता है. ये चरवाहे पहिये की तरह साल भर मवेशियों,…

3 years ago

अंग्रेजी राज में पहाड़ का पानी

किसी इलाके में रहने वाले लोग अपने कामकाज को वहां के पर्यावरण व परिवेश के हिसाब से न केवल निर्धारित…

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वन अनुसंधान संस्थान ‘एफआरआई,’ देहरादून का इतिहास

भारत में जब अंग्रेजों ने अपने पैर पसारना शुरू किया तो उन्हें उत्तर भारत के विशाल जंगलों का महत्त्व जल्द…

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करोड़ों खर्च कर भी ख़त्म होते नौलों पर बसावट का विस्तार भारी

विश्व भर में जलवायु परिवर्तन का हो हल्ला मचा हुआ है, जहां पहले नदियां बहती थी वहां सूखा पड़ा हुआ…

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हिमालयी क्षेत्रों में विकास के नाम पर जबरन शहरीकरण थोपा जाना कितना सही है

पिछले कुछ दशकों में हिमालयी क्षेत्रों में विकास के नाम पर जबरन शहरीकरण थोपा जा रहा है. शिमला, नैनीताल, दार्जिलिंग,…

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नैनीताल जिले का तराई-भाभर क्षेत्र

नैनीताल जिले का तराई-भाभर क्षेत्र शिवालिक पर्वत की जड़ में स्थित है. पहाड़ों से तेजी से बहकर आने वाली नदियों…

4 years ago