जंगल

कोई अफसर या नेता नहीं आएगा, पहाड़ को बचाने का काम हमें ही करना होगा

उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाके को ध्यान से देखा जाय तो मालूम पड़ता है कि मनुष्य और प्रकृति के सम्बन्ध पिछले…

5 years ago

हमारा भोजन और स्वास्थ्य हैं इस साल के अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की थीम्स

संयुक्त राष्ट्र संघ ने आज यानी 22 मई का दिन अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस यानी इन्टरनेशनल डे फॉर बायोलॉजिकल डाइवरसिटी…

5 years ago

उत्तराखण्ड में धधकते जंगल और सुलगते सवाल

उत्तराखण्ड नियति के भरोसे चलने वाला राज्य बनकर रह गया है. अन्य हिमालयी राज्यों की तरह इस राज्य के सामने…

6 years ago

चौकोड़ी जाए बिना कुमाऊँ की सुन्दरता को ठीक से समझा नहीं जा सकता

समुद्र की सतह से 2010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चौकोड़ी (Chaukori Kumaon Uttarakhand) कुमाऊँ के सुन्दरतम स्थानों में से…

6 years ago

उत्तराखण्ड के मशहूर शिकारी ठाकुरदत्त जोशी और कतनिया का गुलदार

जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत बिनसर-धौलछीना मोटर मार्ग के पास ग्राम कतनिया नैल एक स्वच्छ, सुंदर व संपन्न गाँव है जहां…

6 years ago

पेड़ों के तने मेरी किताब के पन्ने हैं – वृक्ष मानव सकलानी

वृक्ष मानव का निधन विश्वेश्वर दत्त सकलानी ने आठ साल की उम्र में अपने जीवन का पहला पौधा लगाया था. 96…

6 years ago

पचास लाख पेड़ लगाने वाले मसीहा का जाना

कल यानी बीते शुक्रवार को उत्तराखंड के ‘वृक्ष मानव’ (Tree Man) के नाम से विख्यात श्री विश्वेश्वर दत्त सकलानी (Vishweshwar…

6 years ago

दिलचस्प और प्रेरक रहा है चिपको आन्दोलन का इतिहास

उत्तराखण्ड के तीन जिलों - पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी - की सीमाएं चीन से लगती हैं. अस्सी के दशक तक…

6 years ago

पहाड़, पर्यावरण और प्लास्टिक का कचरा

अस्सी के दशक के शुरुआती वर्षों के दौरान मेरे गाँव के लोग स्थायी गाँव से दूर खेड़े (मंजरों) में जमीन…

6 years ago

इसलिए जरूरी है गंगा बचाने को 112 दिन तक अनशन पर बैठे इस वैज्ञानिक स्वामी को जानना

गंगा के लिये तड़पता एक ऋषि वैज्ञानिक -डॉ. अनिल गौतम मानवीय प्रयासों द्वारा धरती में अवतरित एकमात्र नदी गंगा को…

6 years ago