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मुखबा गांव का आतिथ्यमुखबा गांव का आतिथ्य

मुखबा गांव का आतिथ्य

पहाड़ों की सुबह मेरे लिए कभी भी बिछुड़ी हुई अंतिम सुबह नहीं रही,यह हर साल आबो-हवा बदलने के लिए पहाड़ जाने…

7 months ago
प्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रिप्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रि

प्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रि

प्रकृति शब्द में तीन अक्षर हैं जिनमें 'प्र' अक्षर पहले से आकर्षित प्राकृष्ट सत्वगुण, 'कृ' अक्षर रजोगुण एवं 'ति' तमोगुण…

7 months ago
प्रसूताओं के लिए देवदूत से कम नहीं ‘जसुमति देवी’प्रसूताओं के लिए देवदूत से कम नहीं ‘जसुमति देवी’

प्रसूताओं के लिए देवदूत से कम नहीं ‘जसुमति देवी’

आज विज्ञान और तकनीक की मदद से स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए आयाम जुड़ रहे हैं. पिछले…

7 months ago
असोज की घसियारी व घास की किस्मेंअसोज की घसियारी व घास की किस्में

असोज की घसियारी व घास की किस्में

पहाड़ के लोगों का पहाड़ सा जीवन महीना असोज के लगते ही हिमालय के तलहटी में बसे गाँवों में घास…

7 months ago
ब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशीब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशी

ब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशी

 ब्रह्माण्ड अनेक रहस्यों से भरा है. इनके बारे में जानने के लिए उत्सुकता लगातार बनी रही है. आदि काल से…

7 months ago
परम्परागत घराट उद्योगपरम्परागत घराट उद्योग

परम्परागत घराट उद्योग

वस्तुतः घराट को परम्परागत जल प्रबंधन, लोक विज्ञान और गांव-समाज की सामुदायिकता का अनुपम उदाहरण माना जाता है. सही मायने…

7 months ago
‘गया’ का दान ऐसे गया‘गया’ का दान ऐसे गया

‘गया’ का दान ऐसे गया

साल 1846 ईसवी. अवध के कैंसर से जूझते नवाब अमजद अली शाह अपने अंतिम दिन गिन रहे थे. कभी समृद्धि…

7 months ago
कोसी नदी ‘कौशिकी’ की कहानीकोसी नदी ‘कौशिकी’ की कहानी

कोसी नदी ‘कौशिकी’ की कहानी

इस पहाड़ से निकल उस पहाड़कभी गुमसुम सी कभी दहाड़यूं गिरते-उठते, चलते मिल समंदर से जाती हैहर नदी अपनी मंजिल…

7 months ago
यो बाटा का जानी हुल, सुरा सुरा देवी को मंदिर…यो बाटा का जानी हुल, सुरा सुरा देवी को मंदिर…

यो बाटा का जानी हुल, सुरा सुरा देवी को मंदिर…

मुनस्यारी में एक छोटा सा गांव है सुरिंग. गांव से कुछ तीन किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पर नंदा देवी का…

8 months ago
कुमौड़ गांव में हिलजात्रा : फोटो निबन्धकुमौड़ गांव में हिलजात्रा : फोटो निबन्ध

कुमौड़ गांव में हिलजात्रा : फोटो निबन्ध

हिलजात्रा एक ऐसी परंपरा जो पिछले 500 सालों से पिथौरागढ़ के कुमौड़ गाँव में चली आ रही है जिसे कुमौड़…

8 months ago