कॉलम

अगर संवारना है भाग्य, तो सोचने का ढंग बदलिए

किसी भी क्षण आपके पास सोचने के लिए हमेशा दो विकल्प रहते हैं. पहला यह कि आप जिसके बारे में…

4 years ago

सरसराना: प्रिय अभिषेक का चुटीला व्यंग्य

“क्या आप अपनी नौकरी से परेशान हैं? क्या आपको अपनी नौकरी में अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है?(Sarsarana Satire…

4 years ago

उत्तराखण्ड में सामाजिक चेतना के अग्रदूत ‘बिहारी लालजी’ को श्रद्धांजलि

बीते 18 मार्च को उत्तराखण्ड में सामाजिक चेतना के अग्रदूत 'बिहारी लालजी' का निधन हो गया. सर्वोदयी विचारधारा के अग्रणी…

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शेरदा ‘अनपढ़’ की कविता मुर्दाक बयान

https://www.youtube.com/embed/pU4wsqxMyE0 जब तलक बैठुल कुनैछी, बट्यावौ- बट्यावौ है गेपराण लै छुटण निदी, उठाऔ- उठाऔ है गे(Sherda Anpadh Poem) जो दिन…

4 years ago

आज पहाड़ के प्यारे लवराज सिंह धर्मसक्तू का जन्मदिन है

मुनस्यारी कस्बे से 35 किमी की दूरी पर खड़ी चढ़ाई पार करने के बाद बौन गांव आता है. साल 1989…

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पहाड़ के फूलों की सुगंध संग देश में कहीं भी मना सकते हैं होली

अपने देश और अपने गांव की मिट्टी की सुगंध दिलो दिमाग में राज करती है. उसे हज़ारों मील दूर सात…

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मुखजात्रा: टिहरी गढ़वाल की आम जनता के लम्बे संघर्ष की गाथा

टिहरी रियासत के कारकुनों ने 11 जनवरी 1948 को कीर्तिनगर गढ़वाल में नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी की हत्या कर…

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मानसखंड में अल्मोड़ा

मानसखण्ड में वर्तमान कुमाऊँ के विभिन्न स्थानों का वर्णन एवं महत्व प्रतिपादित किया गया है. मानसखण्ड के 21वें  खण्ड में…

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उत्तराखंड में हिम मानव ‘येति’ के निशान

यति या मिच कांगामी (भयंकर हिममानव) सदियों से मनुष्य के लिए एक कौतुहल का विषय रहा है. अनेक देशों में…

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बकरी खाने वाली एक भूतनी जिसकी जान एक तोते में बसती थी: पहाड़ी लोककथा

सालों पहले मध्य हिमालय के जंगल में एक आदमी अपनी 15 बकरियों के साथ जा रहा था. जंगल में बकरियों…

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