कॉलम

एक उत्सवधर्मी देश जब त्रासदी से गुज़रता है

हमारे देश को उत्सवों का देश कहा जाता है. हमारी उत्सवधर्मिता का लोहा दुनिया मानती है. हमारे जलसों में दुनिया…

4 years ago

दुधबोली बचाने के प्रयास में जुटी हेम और हिमांशु की जोड़ी

किसी भाषा को कैसे बचाया जा सकता है? यह एक ऐसा सवाल है जिसके बड़े लम्बे चौड़े उत्तर दिये सकते…

4 years ago

दारमा, व्यास और चौदास का अलौकिक सौंदर्य

एटकिंसन ने 1866 में अपने ग्रन्थ 'हिमालयन गज़ेटियर'के भाग तीन में "भोटिया महाल" में विस्तार से दारमा परगने का वर्णन…

4 years ago

कोविड ने दिया मुझे जिंदगी का एक नया नजरिया

जीवन हमेशा इस क्षण में घटित होता है, इसलिए सबसे बड़ी बात यही मायने रखती है कि हम किसी क्षण…

4 years ago

नातिणी-बड़बाज्यू संवाद

'नातिणी-बड़बाज्यू संवाद' गिरीश तिवाड़ी 'गिर्दा' का ब्रजेन्द्र लाल शाह को श्रद्धांजलि देते हुये लिखे लेख 'यह सृष्टि सुहागिन रहे कामना…

4 years ago

ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां

हे राम! तुम्हारी धरती पर कोहराम मचा है. फिर किसी नगर, किसी शहर में मातृत्व से वंचिता स्त्री को अपनी…

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डूबना एक शहर का : प्रसंग टिहरी

अपने डूबने में यह हरसूद का समकालीन थाशहरों की बसासत के इतिहास को देखें तोयह एक बचपन का डूबना था(Poem…

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पिथौरागढ़ में मिशनरी का इतिहास

एक सौ पचास साल हो चुके हैं जब पिथौरागढ़ के सिलथाम में एक प्राथमिक स्कूल खुला था और उसमें सिर्फ…

4 years ago

अमेजन प्राइम की वेबसीरीज में अभिनय करती दिखेंगी उत्तराखण्ड की प्रज्ञा

हाल ही में ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म एमएक्स प्लेयर में नयी मूवी रिलीज हुई है. पौराणिक कथाओं पर आधारित इस फिल्म का…

4 years ago

गढ़वाल के बुग्याल

'नंदादेवी का सफल आरोहण' के लेखक पर्वतारोही टी. जी. लांगस्टाफ उत्तराखंड हिमालय से सम्मोहित अभिभूत व रोमांचित रहे. इस सुरम्य…

4 years ago