प्रो. मृगेश पाण्डे

भुवाली की खुबानी पहाड़ की मोटर और कत्यूरियों की राजधानी में राहुल

कत्यूरी कुमाऊँ का प्रथम ऐतिहासिक राजवंश था. कुमाऊँ के इतिहास पर लेखनी चलाते समय कत्यूरियों के पुराने अवशेषों को देखना…

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सोर घाटी में आघात नाटक की यह प्रस्तुति एक आस जगाती है

वामन चोरधड़े मराठी लोकजीवन और लोकसाहित्य के गंभीर अध्येता रहे हैं इसलिए ग्रामीण जीवन का यथार्थ चित्रण उनकी कहानियों में…

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पहाड़ में दिवाली, धान और उसके पकवान

दिवाली में जिस धान्य का सबसे ज्यादा प्रयोग होता है वह है धान. धान को शुभ माना जाता है. देवता…

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पहाड़ में पेड़-पौंध और खेती-पाती का लोक नामकरण

पहाड़ में पेड़ पौंधों के प्रति आदर का भाव रहा है इसीलिए उन्हें वनदेवता-वनदेवी के रूप में धार्मिक आधार मिला.…

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वाराही देवी: आदि शक्ति स्वरूपिणी मां के धाम का इतिहास

कूर्मांचल में काली कुमाऊँ लोहाघाट से हल्द्वानी जाने वाले सड़क मार्ग पर पेंतालिस किलो मीटर की दूरी पर पौराणिक धार्मिक…

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तिब्बत व्यापार की अनोखी प्रणालियां और बंदोबस्त

तिब्बत में भोटान्तिकों का व्यापार वहां की अनेकानेक मंडियों में होता था. इनमें मुख्य तकलाकोट, ज्ञानिमा, गरतोक, चकरा, शिवचिलम, ख्युंग…

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भोटान्तिक व्यापार के रास्ते, तरीके और माल असबाब

मल्ला दारमा के भोटान्तिकों का व्यापार पथ जो अजपथ और अश्व पथ से विकसित हुआ वह दारमा दर्रे (18510फ़ीट) से…

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भोटान्तिक अर्थव्यवस्था और हूण देश से व्यापार

इतिहास के पुराने पन्नों में गंगा के मैदानों से हिमालय की गगनचुम्बी उपत्यकाओं की ओर अपने पशुओं के साथ बढ़ती…

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जौनसार: जहां देवता आज भी चलते फिरते हैं

शिवालिक की सुरम्य पहाड़ियों में प्रकृति ने अनूठे रंग भरे हैं. यहाँ का जन जीवन भी विविधता से भरा है…

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कैलास मानसरोवर यात्रा का सम्पूर्ण इतिहास और यात्री

हिमालय के पार के प्रदेश तिब्बत का प्राचीन नाम था "उत्तर कुरु "जहां कैलास मानसरोवर और गोर्ला मान्धाता तीर्थ थे.…

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