कला साहित्य

छिद्दा पहलवान वाली गली: शैलेश मटियानी की कहानी

पिछले कई वर्षों से, लगभग प्रत्येक मंगलवार को, वह हनुमान मन्दिर आता रहा है. अपनी सम्पूर्णता में सिन्दूर-तेल से सनी…

3 years ago

लिखा हुआ पत्ता : कुमाऊनी लोककथा

एक था गरीब ब्राह्मण. उसकी एक पत्नी थी – ब्राह्मणी. ब्राह्मणी घूम-घूम कर भीख माँगा करती थी. इसी तरह वे…

3 years ago

सीमाएँ : मोहन राकेश की कहानी

इतना बड़ा घर था, खाने-पहनने और हर तरह की सुविधा थी, फिर भी उमा के जीवन में बहुत बड़ा अभाव…

3 years ago

पहली कुमाऊनी कहानी ‘छितकू की कथा’

कुछ समय पहले तक यह माना जाता था की अचल पत्रिका में प्रकाशित गोविन्द वल्लभ पन्त की कहानी 'एक रुपैंक…

3 years ago

गिरगिट का सपना : मोहन राकेश की कहानी

एक गिरगिट था. अच्‍छा, मोटा-ताजा. काफी हरे जंगल में रहता था. रहने के लिए एक घने पेड़ के नीचे अच्‍छी-सी…

3 years ago

चालीस भाइयों की पहाड़ी

कई साल पहले कश्मीर की ऊँची पहाड़ियों में एक धनी किसान रहता था, जिसका नाम द्रूस था. हालाँकि उसके पास…

3 years ago

कोतवाल का हुक्का: पुलिस-कोतवाली की कहानियाँ

कोतवाल का हुक्का, हाल ही में प्रकाशित कथा संग्रह है, अमित श्रीवास्तव का. उत्तराखण्ड पुलिस महकमे में आईपीएस अधिकारी हैं.…

3 years ago

लोक कथा : कछुए ने बन्दरों से बदला लिया

बहुत दिनों पहले की बात है, कि एक बार एक कछुआ एक अजनबी शहर में नमक खरीदने गया. (Folklore Kachue…

3 years ago

कोतवाल का हुक्का : कवितामय कहानियों का संग्रह

'कोतवाल का हुक्का' पुस्तक को कहानी संग्रह कहा गया है, पर यह तो कविता है. पढ़ते हुए भी और सोचते…

3 years ago

दरजी का लड़का जो अपनी चतुराई से राजा बन गया

एक छोटे से गाँव में एक दरजी रहता था. उसने अपने बेटे को भी दरजी का काम सिखा दिया, ताकि…

3 years ago