इन दिनों पहाड़ में ककड़िया लग चुकी हैं लेकिन अब ककड़ी चोर नहीं हैं. ककड़ी चोर सुनते ही दिमाग में…
कुमाऊं के गांवों में आज से सातों-आठों लोकपर्व की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. सातों-आठों कुमाऊं में बड़े उल्लास मनाया…
कई पुस्तकालय ऐसे भी हैं जहां पाठकों की संख्या तो पर्याप्त दिखाई देती है पर वे वित्तीय व अन्य संसाधनों…
कोको शैनेल फ़्रांस की एक आधुनिकतावादी ड्रेस डिजाइनर थीं जिनके सीदे सपाट पैटर्न्स ने पश्चिमी दुनिया की महिलाओं के वस्त्रों…
1994 का वर्ष था, तारीख थी 2 अगस्त. लम्बी दाढ़ी वाला एक दुबला पतला एक बूढा पौढ़ी प्रेक्षागृह के सामने…
ऐसी मान्यता है कि बद्रीनाथ दर्शन से पहले आदिबद्री के दर्शन करने चाहिये. आदिबद्री मतलब भगवान विष्णु का सबसे प्राचीन…
भानुराम सुकोटी उस पीढ़ी के प्रतिनिधि गायक थे जब रेडियो मनोरंजन का बादशाह हुआ करता था. भानुराम सुकोटी बेहतरीन साजिंदे,…
अपनी विशिष्ट लोक परम्पराओं से उत्तराखंड के लोग अपने समाज को अलग खुशबू देते हैं. शायद ही ऐसा कोई महिना…
औद्योगिक क्रांति से अब तक इंसान बेहद गैर-ज़िम्मेदारी से अपने पर्यावरण को तोड़ने-मरोड़ने में लगे रहे. नतीजतन जलवायु से सम्बंधित…
थाना बाज़ार, अल्मोड़ा में रहने वाले हमारे पाठक रोहित भट्ट ने देवीधूरा में 15 अगस्त को हुई बग्वाल की कुछ…