इतिहास

भाबर क्षेत्र में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं हीरा बल्लभ पांडेभाबर क्षेत्र में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं हीरा बल्लभ पांडे

भाबर क्षेत्र में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं हीरा बल्लभ पांडे

आज का नैनीताल डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड जिस शान से खड़ा है और अपने कारोबार के डंके बजा रहा है…

5 years ago
जो काम राज्य सरकार आज करने को कह रही है, अमर सिंह रावत उसे नब्बे साल पहले कर चुके थेजो काम राज्य सरकार आज करने को कह रही है, अमर सिंह रावत उसे नब्बे साल पहले कर चुके थे

जो काम राज्य सरकार आज करने को कह रही है, अमर सिंह रावत उसे नब्बे साल पहले कर चुके थे

[फेसबुक में उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री के साथ मंत्रीजनों को कंडाली/सिसोंण से बनाई 'फतकी' पहने मधुर मुस्कराती फोटो देखी तो…

5 years ago
भारत की दस सबसे पराक्रमी रानियों में गढ़वाल की रानी कर्णावतीभारत की दस सबसे पराक्रमी रानियों में गढ़वाल की रानी कर्णावती

भारत की दस सबसे पराक्रमी रानियों में गढ़वाल की रानी कर्णावती

शाहजहाँ के राज्याभिषेक का समय था भारत के बड़े-बड़े राजा उसके दरबार में नतमस्तक होने गए थे लेकिन गढ़वाल के…

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कत्यूरी राजवंश: उत्तराखण्ड का शक्तिशाली साम्राज्यकत्यूरी राजवंश: उत्तराखण्ड का शक्तिशाली साम्राज्य

कत्यूरी राजवंश: उत्तराखण्ड का शक्तिशाली साम्राज्य

कत्यूरी राजवंश ने उत्तराखण्ड पर लगभग तीन शताब्दियों तक एकछत्र राज किया. कत्यूरी राजवंश की ताकत का अंदाजा इस बात…

5 years ago
1914 में बनी थी नैनीताल की दुर्गालाल साह लाइब्रेरी1914 में बनी थी नैनीताल की दुर्गालाल साह लाइब्रेरी

1914 में बनी थी नैनीताल की दुर्गालाल साह लाइब्रेरी

[पिछली क़िस्त: हल्द्वानी की सबसे पुरानी संगीत संस्था] नैनीताल में दुर्गालाल साह पुस्तकालय की अलग पहचान है. इस पुस्तकालय की स्थापना…

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1940 के आसपास हल्द्वानी में केवल एक रेडियो हुआ करता था1940 के आसपास हल्द्वानी में केवल एक रेडियो हुआ करता था

1940 के आसपास हल्द्वानी में केवल एक रेडियो हुआ करता था

भैरव मंदिर से आगे कि ओर जहाँ गुरुद्वारा है, उसके पीछे की गली जो कसेरा लाइन से दूसरी ओर मिलती…

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इस तरह दीमकों ने चट कर दी हल्द्वानी के पुस्तकालय की किताबेंइस तरह दीमकों ने चट कर दी हल्द्वानी के पुस्तकालय की किताबें

इस तरह दीमकों ने चट कर दी हल्द्वानी के पुस्तकालय की किताबें

नैनीताल में दुर्गालाल साह पुस्तकालय की अलग पहचान है. इस पुस्तकालय की स्थापना 1914 में अंग्रेजों ने की थी. उसी…

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हल्द्वानी की सबसे पुरानी संगीत संस्थाहल्द्वानी की सबसे पुरानी संगीत संस्था

हल्द्वानी की सबसे पुरानी संगीत संस्था

[पिछली क़िस्त: जमरानी बाँध का अजब किस्सा ] बची गौड़ धर्मशाला से लगी मटरगली नाम से धीरे-धीरे एक बाजार विकसित…

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जब कलकत्ता से दो हजार चाय के पौधों की पहली खेप कुमाऊं पहुंचीजब कलकत्ता से दो हजार चाय के पौधों की पहली खेप कुमाऊं पहुंची

जब कलकत्ता से दो हजार चाय के पौधों की पहली खेप कुमाऊं पहुंची

उत्तराखण्ड में चाय की खेती का इतिहास 150 वर्ष पुराना है. उत्तराखण्ड में भी चाय की खेती यूरोपियनों के आने…

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अंग्रेजों के जमाने में उत्तराखंड के पुलअंग्रेजों के जमाने में उत्तराखंड के पुल

अंग्रेजों के जमाने में उत्तराखंड के पुल

उत्तराखंड में अनेक नदियां बहती हैं और इन नदियों को पार करने के लिये यहां अनेक पुल हैं. पहाड़ी इलाकों…

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