संस्कृति

कुमाऊं की सबसे लोकप्रिय ‘लोककथा’

बड़ी पुरानी बात है. एक गांव में एक बुड्ढा और बुढ़िया रहा करते थे. ज़िन्दगी के तीन-तिहाई साथ बिताने के…

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लोक कथा :  कुएं की परियां

एक गांव में एक सुस्त और कामचोर आदमी रहता था. काम-धाम तो वह कोई करता न था, हां बातें बनाने…

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उत्तराखण्ड में लोकविश्वास

"मामा आ गए-मामा आ गए," चहकती हुई शारदा माँ के पास आई. माँ बोली, "मैं ना कहती थी, कोई मेहमान…

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नेगीदा की वसंत नायिका

काव्य कला का सौष्ठव उसके सब कुछ कह देने में नहीं, बल्कि, अनकहे अंश में है. जैसे अपने पति का…

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चालक बनढ़ाडु की कहानी- कुमाऊनी लोककथा

एकबार एक चालाक बनढ़ाडु दूध के बर्तन में मुंडी डालकर दूध पी रहा था. अचानक घर के मालिक के आने…

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एक डोटयाल के लड़के की कहानी- कुमाऊनी लोककथा

बहुत कम उम्र में ही एक डोटयाल का लड़का नेपाल से भागकर कुमाऊं के किसी गांव में आ बसा. गांव…

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कुमाऊं की एक लोककथा- प्यार करने वाली लड़की

एक गांव में एक मां और बेटा रहते थे. मां बेचारी अपने लड़के की बेवकूफियों से बड़ी परेशान थी. एक…

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जब गधे ने कुत्ते, बिल्ली और मुर्गे के साथ मिलकर संगीत साधा- लोककथा

कुमाऊं के नीचे इलाकों में एक किसान के घर में गधा रहता था. किसान गधे से खूब काम लिया करता…

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घुघूती पक्षी की आवाज को लेकर कही जाने वाली लोककथा

घुघूती और पहाड़ का खूब घना संबंध है. पहाड़ के गीतों और कहानियों में घुघूती का जिक्र खूब मिलता है.…

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सातों-आठों से जुड़ी गौरा-महेश्वर की कथा

भादो के महीने की सप्तमी-अष्टमी तिथि को कुमाऊं के गांवों में सातों-आठों पर्व की धूम होती है, बच्चे नए कपड़े…

2 years ago