कॉलम

नववर्ष के दिन बोया जाता है ‘हरेला’

माना जाता है कि चैत्र प्रतिपदा से नये साल की शुरुआत होती है आज के दिन से ही नवरात्रि भी…

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पहाड़ों में इस अंदाज में मनेगा आज नववर्ष

आज चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा का दिन है. आज के दिन से नवरात्रि शुरु होती है और हिन्दू नववर्ष…

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लोक कथा : आगे की लकड़ी जलकर पीछे ही आती है

किसी गांव में एक बूढ़ी अपनी बहू के साथ रहा करती थी. बूढ़ी सास का शरीर जर्जर हो चुका था,…

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कुमाऊं के वीर योद्धा नीलू कठायत की अनसुनी गौरव गाथा

गरुड़ ज्ञान चंद के समय चम्पावत के राजदरबार में बक्सी (सेनापति) के पद पर सरदार नीलू कठायत था. संभव है,…

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मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘घर जमाई’

हरिधन जेठ की दुपहरी में ऊख में पानी देकर आया और बाहर बैठा रहा. घर में से धुआँ उठता नजर…

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कुमाऊनी भाषा की पहली पत्रिका ‘अचल’

1937 में साल के अंत-अंत तक कुमाऊनी में एक पत्रिका का विचार जीवन चन्द्र जोशी के दिमाग में जगह बना…

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जब तिल्लू बड़बाज्यू भिटौला लेकर आये

भिटौली पर याद आया कि उस साल हम पहाड़ में रहे थे जब तिल्लू बड़बाज्यू भिटौला लेकर आये होंगे. आप…

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मनोहर श्याम जोशी को याद करते हुए ‘कसप’ से एक अंश

यह शहर मुझे तभी स्वीकार करेगा जब मैं सरकारी नौकरी पर लगूं, तरक्की पाता रहूं और अवकाश प्राप्त करके यहाँ…

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युगदृष्टा जोहारी ‘बाबू रामसिंह पांगती’

बाबू रामसिंह पांगती जोहार की उन महान विभूतियों में से एक थे जिन्होंने इस क्षेत्र के तत्कालीन समाज में व्याप्त…

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चरवाहों का डेरा रहा खालिया टॉप आज लोकप्रिय पर्यटन स्थल है

कभी हिमालयी गड़रियों का अन्वाल थौड़ अब मुनस्यारी और उत्तराखण्ड की शान बन चुका विख्यात पर्यटन स्थल है. खलिया बुग्याल…

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