कॉलम

कहो देबी, कथा कहो – 9

पिछली कड़ी अहा, वह हैदराबाद अहा, उन दिनों का वह हैदराबाद! अंबरपेट फार्म से शाम को थका-मांदा होटल में लौटता.…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 16

पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से…

6 years ago

लखु उडियार के भित्तिचित्र

लखु उडियार उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर से 13 किमी. दूर अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मार्ग में स्थित है. लखुउडियार का हिन्दी में अर्थ…

6 years ago

पहाड़ और मेरा बचपन – 6

(पिछली क़िस्त से आगे. पिछली क़िस्त का लिंक - पहाड़ और मेरा बचपन दिल्ली की कुछ और यादें मेरे स्मृतिपटल…

6 years ago

धनतेरस के टोटके

शुक्रगुजार हैं व्हटसएप के, जिसे भारतीय लोकभाषा में भट्टसैप बना दिया है. शुक्रगुजार इसलिये कि व्हटसएप ने एकबार में केवल…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 15

पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से…

6 years ago

घर वाली दीपावली और निबंध वाली दीपावली

हमारी शिक्षा की गोभी सबसे पहले हमारी स्कूली शिक्षा से खुदती है. स्कूल में पढाई 80 प्रतिशत व्याहारिक बातें गलत…

6 years ago

पीहू की कहानियाँ – 2

जब लगा कि अब पीहू नहीं बन सकती ... कहानी और पीहू दोनों मिल चुकी थी. प्रोड्यूसर मिलना बाक़ी था.…

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लौंडे-लबारों की बरात में सयाने बूढ़े की होशियारी

छी भै ये बूढ़े लोग भी न, बहुत तंग कर देते हैं. जब कुछ काम नहीं कर सकते तो आराम…

6 years ago

विषय से ज्यादा कठिन शिक्षक

गणित से लड़के दूर- दूर भागते थे. इस पर अफसोस इस बात का था कि, भविष्य के बेहतर मौके, केवल…

6 years ago