कॉलम

वह किलमोड़े और हिसालू डोलू में भरकर ला घरवालों की पार्टी करना

पहाड़ और मेरा जीवन - 20 (पोस्ट को लेखक सुन्दर चंद ठाकुर की आवाज में सुनने के लिये प्लेयर के…

6 years ago

साझा कलम : नामकरण का टेन्टीकरण

छुट्टियों में गांव गया था तो पता लगा कि कुछ दिन पूर्व ही पड़ोस में ही रहने वाले महेश दा…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 110

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

डार्क ह्यूमर का शानदार नमूना पेश करती फिल्म : नरम गरम

पिता-पुत्री का घर नीलामी की भेंट चढ़ जाता है. वे नायक के यहाँ शरण लेते हैं, जिसके खुद के हालात…

6 years ago

शतरंज का पहला हिन्दुस्तानी खलीफ़ा

शतरंज का नाम लेते ही किसी भी भारतीय के मन में स्वाभाविक रूप से विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनन्द की तस्वीर…

6 years ago

तू फेक मैं लोक(तंत्र)

गणतन्त्र के मौके पर राष्ट्र का नागरिकों के राष्ट्र का नागरिकों के नाम पत्र मिला था .आज उसका प्रीक्वेल भी…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 109

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

इन्हीं तस्वीरों जैसा धुंधला है पंचेश्वर जलागम का भविष्य

महाकाली और सरयू के संगम पर बसा पंचेश्वर पिछले लम्बे समय से खबरों में है. एक विशाल समाज और हजारों…

6 years ago

हींग लगे न फिटकरी, मालिक की जै-जै : मेले कैसे-कैसे

कहो देबी, कथा कहो – 34 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 33 वह नई शाखाओं के खुलने और…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 108

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago