कॉलम

आज से सौ साल पहले केवल एक प्राइमरी स्कूल था हल्द्वानी में

1914-15 में हल्द्वानी में जिला परिषद नैनीताल द्वारा संचालित केवल एक प्राथमिक पाठशाला थी. 1913-14 में इसमें 45 छात्र थे.…

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चातुर्मास में सोर घाटी : प्रोफेसर मृगेश पाण्डे का फोटो निबंध

गुलज़ार  की नज़्म 'बादल '- 'कल सुबह जब बारिश  ने आ कर खिड़की पर  दस्तक दी थी नींद में था मैं... बाहर  अभी …

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“हीराडुंगरी रम्य प्रदेसा” – अल्मोड़ा के इतिहास का एक दिलचस्प पन्ना

उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम और बीसवीं शताब्दी के शुरुआती वर्षों में अल्मोड़ा में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किये गए लन्दन मिशन…

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सरयू नदी कुमाऊँ की गंगा है

सौंग से लगभग 40 किमी दूर नंदाकोट पर्वत पूर्वी हिस्से के दक्षिण की तरफ से प्रवाहित होती है. सरयू के…

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उस दिन शिकार पर गया मैं पछेटिया बन कर

एक दिन मुझे पछेटिया बन कर सचमुच शिकार पर जाने का मौका मिल गया. पछेटिया मतलब शिकारी के पीछे-पीछे चलने…

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आज अपने इकलौते ओरिजिनल लेखक इब्ने सफ़ी को याद करने का दिन है

भारत की आज़ादी के बाद की शुरुआती दो पीढ़ियों के लिए इब्ने सफ़ी एक नाम से कहीं बढ़ कर हैं.…

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उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री रावत का चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान

हाल ही में उत्तराखण्ड के दिग्गज भाजपा नेता ने गरुड़गंगा के पत्थरों (गंगलोड़ों) के औषधीय गुणों की जानकारी देकर सुर्खियाँ…

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सब कुछ करना, बस बच्चे को इंजीनियर मत बनाना

मैं वर्षों एक कंपनी में एचआर हेड के पद पर रहा हूं. इससे पहले भी कई दूसरी कंपनियों में इसी…

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आजादी के वक्त कुल डेढ़ हजार मकान थे समूचे हल्द्वानी-काठगोदाम में

सन 1947 में हल्द्वानी-काठगोदाम नगरपालिका क्षेत्र में अधिकतम 39 मोहल्ले और 1608 मकान थे. एक हाईस्कूल, एक डाक्टर वाला नागरिक…

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भारत के नेता स्पोर्ट्समैन नहीं होते और बाघों का अपना कोई वोट नहीं होता – जिम कॉर्बेट

जेम्स एडवर्ड कॉर्बेट को ‘पक्का’ साहब नहीं कहा जा सकता था क्योंकि उन्होंने मैट्रिक नहीं किया था और उन्हें सेना…

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