कॉलम

भवाली में रामलीला की परम्परा

पिछली सदी के साठ के दशक का एक कालखण्ड ऐसा भी रहा, जब भवाली की रामलीला में पिता हरिदत्त सनवाल…

5 years ago

राजा का बेटा राजा और विधायक का भतीजा जिला पंचायत सदस्य बनेगा!

आप सोच रहे होंगे कि इस हेडिंग का मतलब क्या है, तो हम आपको पूरी खबर बताए, इससे पहले फिल्म…

5 years ago

मनोहर श्याम जोशी और विज्ञान

‘कुरू-कुरू स्वाहा’, ‘कसप’, ‘क्याप’ तथा ‘हमजाद’ जैसे गंभीर उपन्यासों के रचयिता, साहित्य अकादमी से सम्मानित साहित्यकार और ‘हम लोग, ‘बुनियाद,…

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कुकुरी बाघ कैसे बनता है आदमखोर बाघ

दरसल अधिकतर लोगों को बाघ, शेर, चीता और तेंदुआ में भ्रम रहता है. पहाड़ों में यह भ्रम इस कदर व्याप्त…

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बौनों से भरे साहित्य-संसार दुनिया में विष्णु खरे एक गुलीवर थे : पुण्यतिथि विशेष

19 सितम्बर 2018 के दिन अशोक पांडे की फेसबुक वाल से : अलविदा विष्णु खरे – 1 जबरदस्त कवि, बड़े…

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क्या आपने पहाड़ी बकरी को चरते देखा है?

कहते हैं, संसार का सबसे निरापद और स्वादिष्ट जीव बकरी है. उस पर अगर वो पहाड़ी हो तो क्या कहने.…

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जब डाकुओं ने काका हाथरसी को कविता सुनाने के सौ रुपये दिये : जन्मदिवस विशेष

यह गजब का संयोग रहा कि 18 सितम्बर को जन्मे काका हाथरसी की मृत्यु भी 18 सितम्बर को ही हुई.…

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चम्पावत जिले में श्यामलाताल और स्वामी विवेकानंद आश्रम

चंपावत जिले के दूरस्थ क्षेत्र श्यामलाताल में आज से लगभग 100 साल पहले (1915 में ) स्वामी विवेकानंद के प्रमुख…

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उत्तराखंड के बुजुर्ग किसान की मेहनत पर बनी फिल्म की ऑस्कर में एंट्री

पौड़ी जिले कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गॉंव में रहते हैं 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा. इस नाम से अब तक…

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इस दुनिया में आते ही तुम्हें सबसे पहले रोना होगा

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – तेइसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: कामी और लम्पट पुरुषों की निगाहें…

5 years ago