पिछली सदी के साठ के दशक का एक कालखण्ड ऐसा भी रहा, जब भवाली की रामलीला में पिता हरिदत्त सनवाल…
आप सोच रहे होंगे कि इस हेडिंग का मतलब क्या है, तो हम आपको पूरी खबर बताए, इससे पहले फिल्म…
‘कुरू-कुरू स्वाहा’, ‘कसप’, ‘क्याप’ तथा ‘हमजाद’ जैसे गंभीर उपन्यासों के रचयिता, साहित्य अकादमी से सम्मानित साहित्यकार और ‘हम लोग, ‘बुनियाद,…
दरसल अधिकतर लोगों को बाघ, शेर, चीता और तेंदुआ में भ्रम रहता है. पहाड़ों में यह भ्रम इस कदर व्याप्त…
19 सितम्बर 2018 के दिन अशोक पांडे की फेसबुक वाल से : अलविदा विष्णु खरे – 1 जबरदस्त कवि, बड़े…
कहते हैं, संसार का सबसे निरापद और स्वादिष्ट जीव बकरी है. उस पर अगर वो पहाड़ी हो तो क्या कहने.…
यह गजब का संयोग रहा कि 18 सितम्बर को जन्मे काका हाथरसी की मृत्यु भी 18 सितम्बर को ही हुई.…
चंपावत जिले के दूरस्थ क्षेत्र श्यामलाताल में आज से लगभग 100 साल पहले (1915 में ) स्वामी विवेकानंद के प्रमुख…
पौड़ी जिले कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गॉंव में रहते हैं 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा. इस नाम से अब तक…
4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – तेइसवीं किस्त पिछली क़िस्त का लिंक: कामी और लम्पट पुरुषों की निगाहें…