कॉलम

फतोड़ना कि गदोरना – अद्भुत है कुमाऊनी भाषा का शब्द भण्डार

भले कुमांउनी भाषा न होकर अभी तक बोली ही मानी जायेगी, क्योंकि न तो इस का मानकीकरण हुआ है और…

5 years ago

पहाड़ियों का ही नहीं भालू का भी प्रिय फल है बमौर

उत्तराखंड के पहाड़ों में 1500 से 2300 मीटर की ऊंचाई पर उगने वाला एक फल होता है - बमौर. पका…

5 years ago

राजस्थान से हल्द्वानी आ गए लेकिन मूर्तिकार इन्हें कोई नहीं मानता

ये बेहतरीन जीवन्त मूर्तियों का निर्माण करते हैं जो बेहद सस्ती,  वजन में हल्की और टिकाऊ होती हैं. पचास रुपए…

5 years ago

उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव: रागिनी बनीं सबसे कम उम्र की जनप्रतिनिधि

हल्द्वानी ब्लॉक की पनियाली ग्राम सभा से मात्र 21 साल 3 महीने की उम्र में ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर…

5 years ago

अलविदा सुरेन्द्र पुंडीर भैजी

लिखा-पढ़ी से जुड़ा उत्तराखण्ड में कौन होगा जो इस शख़्स को नहीं जानता होगा. साहित्य-संस्कृति-पत्रकारिता का कोई भी आयोजन हो…

5 years ago

हमें कई चीजों से बेवजह नफरत सिखा दी जाती है

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – उनतीसवीं क़िस्तपिछली क़िस्त का लिंक: छोटी-छोटी चीजों के स्वाद से बना जीने का…

5 years ago

क्या उत्तराखण्ड के लोग गौणा ताल के शिलालेख को पढ़ने के लिए तैयार हैं?

उत्तराखंड में हिमालय और उसकी नदियों के तांडव का आकार प्रकार अब हर मौसम में धीरे–धीरे दिखने लगा है. लेकिन…

5 years ago

मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी गुलाम हैं

पहाड़ और मेरा जीवन – 52 ( Sundar Chand Thakur Memoir) (पिछली क़िस्त: इस विपुला पृथिवी को मैं जानता ही…

5 years ago

रात के अंधेरे में अपने ही राज्य के छात्रों को पीटती है उत्तराखंड की वीर पुलिस

पुलिसिया आदेश की ये कठोर आवाजें, युवा लड़के-लड़कियों के चीखने और सुबकने की आवाज़ें, अभिभावकों की गुस्से से भरी भावुक…

5 years ago

पहाड़ के बड़े पत्रकार सुरेन्द्र पुंडीर नहीं रहे

वरिष्ठ पत्रकार, कवि-साहित्यकार, सेवानिवृत शिक्षक व उत्तरांचल प्रेस क्लब के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे सुरेंद्र पुंडीर जी का आज…

5 years ago