जीवन रस्सी पर चलने वाले नट जैसा संतुलन मांगता है. हर नए क्षण में संतुलन. क्योंकि इस क्षण अगर इस…
अक्टूबर 1931 में महात्मा गांधी लंदन गए थे, वहां उन्होंने किंग्सले हॉल में बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों को…
विलियम अर्नेस्ट हेनली की कविता इन्विक्टस (Invictus) के बारे में कहते हैं कि यह वह कविता है, जिसने 27 बरस…
कुछ कविताएं एक ही बार पढ़ने के बाद भी हमारे मानस पटल पर हमेशा के लिए अंकित हो जाती हैं.…
अगर स्वामी विवेकानंद के बाद दुनिया का कोई ऐसा शख्स है, जो युवाओं को सबसे ज्यादा प्रेरित करता है, तो…
हम जीवन में वही बनते हैं, जो अपने बारे में सोचते हैं. हमारी जीवन में वैसी ही घटनाएं घटती हैं,…
पिछले सप्ताह हमने पांच आसन जाने थे जिनका नियमित अभ्यास हमारे पेटा को फ्लैट और फौलादा बना सकता है. उसी…
कुछ ऐसे आसन है जिनका अगर हम नियमित अभ्यास करें, तो वे न सिर्फ हमेशा के लिए पेट की बीमारियां.…
हमारे शरीर में प्राणतत्व के होने की बुनियादी वजह हमारा सांस लेना है. जब तक हम सांस ले रहे हैं…
नया वर्ष सिर पर है. आप नव वर्ष की प्रतिज्ञाएं लेने का मन बना ही चुके होंगे. इस बात का…