देवेन मेवाड़ी

ले कावा दै मैं कें दे भलि-भलि ज्वै

काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree आज सत्तर साल बाद यहां दूर बेंगलुरू में…

4 months ago

जीवन संघर्ष का नाम था शैलेश मटियानी

आज 14 अक्टूबर शैलेश मटियानी जी का जन्म दिन है. कभी जब मैं भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा इंस्टिट्यूट), नई…

7 months ago

मसूरी में आलू

दून घाटी से उत्तर दिशा में दूर मसूरी की पहाड़ियों को देख कर भले ही दुनिया को वहां से दिखने…

2 years ago

भुट्टे का मैक्सिको की पहाड़ियों से भारत का सफ़र

हरी थी मन भरी थी लेकिन इतनी महंगी थी कि खरीदी नहीं. पचास रूपए का एक भुट्टा. शिमला में था.…

2 years ago

बरसों पुराना है पालक और पहाड़ियों का साथ

सोचा, चौलाई के दाम आसमान पर हैं तो चलो कोई और हरी सब्जी खोजते हैं जो हमारी जेब पर भारी…

2 years ago

पोषक तत्वों से भरपूर चौलाई की हरी सब्जी

ग्रीष्म ऋतु में हरी सब्जी खाने की ललक के कारण कल सब्जी मंडी से हरा सोना खरीद लाए और उसकी…

2 years ago

वसंत हमारे ही नहीं बल्कि फूलों के भी प्यार का मौसम है

बनन में बागन में बगरो बसंत है! वसंत आ गया है. महाकवि पद्माकर लिख गए हैं- बनने में,बागन में, बगरो…

2 years ago

प्यारे शहर नैनीताल की याद

और, बाबा हो, गर्मियों के सीजन में शहरों से आने वाली वह भारी भीड़! हम लोग उन दिनों माल रोड…

2 years ago

हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर जानिये भारत में कृषि पत्रकारिता का इतिहास

अपनी बात मैं अपने उन पुरखों से शुरू करना चाहता हूं, जो आदि मानव कहलाते थे, जंगलों और गुफाओं में…

3 years ago

नैनीताल में पत्रकारिता का परचम फहराने वाले ‘विष्णु दत्त उनियाल’ की जन्म शताब्दी

आज से ठीक पैंसठ वर्ष पहले 1956 में उन्होंने पहली बार, पहले दैनिक अखबार ‘पर्वतीय’ का प्रकाशन शुरू करके पर्यटन…

3 years ago