सिनेमा एक तरह का त्राटक है

6 years ago

अँधेरे में बैठकर एक जगमगाते स्क्रीन को देखना एक तरह का त्राटक ही है. आप आसपास की सारी दुनिया भूल…

सूरज की मिस्ड काल – 4

6 years ago

धूप अलसाई सी लेटी है सुबह दरवाजा खोलते ही धूप दिखी. एकदम दरवज्जे तक आकर ठहरी हुयी सी. जैसे सूदूर…

उत्तराखंड: 500 करोड़ से बनेगा प्रदेश का पहला एरोमा पार्क

6 years ago

उधमसिंह नगर क्षेत्र में 30 एकड़ जमीन पर एक धूप, अगरबत्ती जैसे सुगंधित उत्पादों के विनिर्माण के लिये ‘एरोमा पार्क’…

देवीधार का मेला

6 years ago

यह लोकोत्सव कुमाऊं के चम्पावत जनपद में लोहाघाट से लगभग 3 किमी पूर्व एक पहाड़ की तलहटी में स्थित शिवालय…

सिनेमा : एक सदी बाद भी बरकरार है रुपहले परदे का तिलिस्म

6 years ago

आखिरकार 1895 में पेरिस के लुमिये भाइयों द्वारा आविष्कृत सिनेमा का माध्यम मूलत दृश्यों और ध्वनियों के मेल का ऐसा…

हमारे ज़माने का एक अद्वितीय बड़ा कवि – वीरेन डंगवाल पर विष्णु खरे

6 years ago

वीरेन डंगवाल (5.8.1947,कीर्ति नगर,टिहरी गढ़वाल – 28.9.2015, बरेली,उ.प्र.) हिंदी कवियों की उस पीढ़ी के अद्वितीय, शीर्षस्थ हस्ताक्षर माने जाएँगे जो…

फ़ितूर सरीखा एक पक्का यक़ीन

6 years ago

आज वीरेन डंगवाल की चौथी पुण्यतिथि है. हिन्दी कविता और पत्रकारिता में अपनी ख़ास जगह रखने वाले इस महान व्यक्ति…

गढ़वाल रायफल्स और प्रथम विश्व युद्ध

6 years ago

प्रथम विश्व युद्ध में गढ़वालियों ने अपना पराक्रम दिखाकर देश को ही नहीं बल्कि दुनिया को चकित कर दिया था. मेरठ…

तकसीम: मंटो की कहानी

6 years ago

  सआदत हसन मंटो (1912-1955) उर्दू के सबसे विख्यात अफसानानिगारों में शामिल हैं. उन्होंने कई फिल्मों की पटकथाएं भी लिखीं.…

ई.यू. के साथ बुरे समझौते से बेहतर है कि कोई समझौता न हो

6 years ago

चार्लेमागेन के दौर से यूरोपीय संघ तक एकीकृत यूरोप का विचार लगातार जारी रहा. लेकिन इसकी वजह अलग-अलग समय पर…