उत्तराखण्ड में धर्मशालाओं के निर्माण की शुरुआत करने वाले काली कमली वाले बाबा

5 years ago

काली कमली वाले बाबा को उत्तराखण्ड के तीर्थयात्रा के रास्तों पर धर्मशालाओं के निर्माण के लिए विशेष तौर पर याद…

आम आदमी में चूसे जाने की अपार संभावनाएं मौजूद हैं

5 years ago

कुछ दिनों पहले अचानक हमें अपनी बुद्धि पर फिर से तरस आने लगा. यह कोई नई बात नहीं थी. किसी…

बाजूबन्द : हिमालय की घसियारियों के गीत

5 years ago

पहाड़ की महिला का जीवन यदि किसी से नजरभर भी देखा होगा तो इस बात ने जरुर इत्तेफाक रखेगा कि…

मायावती के प्रधानमंत्री बनने की चर्चा तक से मीडिया को तकलीफ क्यों

5 years ago

बसपा प्रमुख मायावती के प्रधानमंत्री बनने की संभावना से राजनीतिक दलों को जो भी दिक्कत या प्रतिस्पर्धा हो, लेकिन महसूस…

अकल्पनीय अंत हुआ था परवीन बाबी के जीवन का

5 years ago

परवीन बाबी भारत की पहली फ़िल्मी अभिनेत्री थी जिनकी तस्वीर मशहूर पत्रिका ‘टाइम’ ने अपने कवर पर छापी थी. उन्हें…

गुलदाढू से सावधान भोंकता कम काटता ज्यादा है

5 years ago

गैरीगुरु की पालिटिकल इकानोमी : अथ चुनाव प्रसंग- 2 पिछली क़िस्त यहां पढ़े-गैरीगुरु की पालिटिकल इकानोमी : अथ चुनाव प्रसंग…

घर पर ऐसे बनता था उत्तराखंड में पिठ्या

5 years ago

उत्तराखंड में सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत पिठ्या लगाकर ही होती है. पिठ्या को यहां अत्यंत शुभ माना जाता है.…

उत्तराखंडी चेतना की नई शुरुआत या पटाक्षेप

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फरवरी 2014 में, जब उस वक़्त के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के त्यागपत्र के बाद हरीश रावत को मुख्यमंत्री की कमान…

छूट प्रथा : उत्तराखंड के जौनपुर की प्रथा

5 years ago

उत्तराखंड में टिहरी गढ़वाल में एक खुबसूरत पहाड़ी क्षेत्र है जौनपुर. यमुना के बांयी तरफ स्थित जौनपुर का यह क्षेत्र…

मेरी माँ अब नहीं हैं लेकिन वह नदी अब भी है

5 years ago

आज से नब्बे साल पहले यानी 3 अप्रैल 1929 को शिमला (हिमाचल प्रदेश) में जन्मे निर्मल वर्मा अपने विशिष्ट गद्य…