Sunita Painuly

पहाड़ी जगहों पर चाय नहीं पी या मैगी नहीं खाई तो

रोज़ यदि हम एक ही जगह पर जाते भी हैं तो कई नये सुराख गुप्त रास्तों के रूप में मिल…

2 months ago

गुप्तकाशी के देवर गांव का सहज जनजीवन

हम शंकित हैं कि इससे पहले सांझ सूरज को अपने पल्लू में ढांपकर सुला दे या फिर बारिश दोनों को…

11 months ago

सफरनामा: लोहाघाट से नैनीताल तक

यात्रायें क्या हैं? किसी के लिए उदेश्यों की पूर्ति, किसी के लिए परिस्थितियों से भागना, किसी के लिए हवाख़ोरी, किसी…

1 year ago

गोल पहाड़ी की खांडेश्वरी देवी : मालदेवता, बनगांव

यात्रायें जीवन की तलाश हैं और इस तलाश का हासिल गतिमान होकर उस छोर को पकड़ना है जो चेतना के किसी…

1 year ago

उत्तराखण्ड में टोपी पहनने का चलन कब शुरू हुआ?

सर्द मौसम है कभी बादल सूर्य को आगोश में ले लेते हैं कभी सूरज देवता बादलों को पछाड़कर धूप फेंकते…

1 year ago

कण्वाश्रम : जहां राजा दुष्यंत ने विश्वामित्र व मेनका की कन्या शकुंतला को देखा

"हिमालय के दक्षिण में, समुद्र के उत्तर में भारत वर्ष है जहां भारत के वंशज रहते हैं." संभवतः मैं उसी…

1 year ago