Sin La Pass

हिमालय की कठिन चढ़ाई के दौरान बुजुर्गों द्वारा सूखी लाल मिर्च खाने का किस्सा

पंकज अब अपनी रौ में आ गया था. सुबह जल्दी उठो के नारे के बाद उसने कमान अपने हाथ में…

5 years ago

नागलिंग गांव में सात बार सूर्योदय और सात बार सूर्यास्त होने का किस्सा

बाद में जब इस यात्रा के बारे में नगन्यालजी से बातें हुवी तो उनके पास उनके बचपन के ढेरों किस्सों…

5 years ago

बड़े दिल वाले होते हैं जसुली शौक्याणी के गांव ‘दांतू’ में रहने वाले लोग

सामने पंचाचूली बांहें फैलाए दिखी. उसका ग्लेशियर किसी खौलते हुए लावे की तरह डरावना प्रतीत हो रहा था. कुछ पलों…

5 years ago

दारमा के बेदांग में तैनात पंचाचूली के पहरेदार

'क्यों आए, कैसे आए, परमिट दिखाओ...' के सवाल उठने लाजमी थे. इस पर हमने उन्हें अपने परमिट दिखाए. रजिस्टर में…

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गहरे हरे रंग का गौरीकुंड और सिनला पास का शिखर

पंकज, पूरन और महेशदा तेजी से चल रहे थे. उनके पीछे कुछ दूरी पर संजय था और सबसे पीछे बेढब…

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अद्भुत है पार्वती ताल

लगभग दो किमी की परिधि से घिरा पार्वती ताल बेहद खूबसूरत था. ताल किनारे चहल-कदमी करते हुए पंकज और मैं…

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कुटी गाँव का महाभारत के साथ सम्बन्ध

कुटी से ज्योलिंगकांग करीब 13 किमी का रास्ता शांत और धीरे-धीरे ऊंचाई लिए है. कुटी गांव की सीमा पर पानी…

5 years ago

कुटी गांव का इतिहास और उससे जुड़े रोचक किस्से

बच्ची अपने नेपाली गीतों में ही खोई हुई थी. तभी मेरे मित्र डी.एस.कुटियालजी आते दिखे. मैं उनकी ओर लपक लिया.…

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हिमालय की तरह विशाल हृदय वाले होते हैं वहां रहने वाले लोग

सुबह जागे तो बाहर का नजारा शांत था. सर्पाकार कुट्टी यांग्ती नदी के सामने सूरज की किरणों से सुनहरी आभा…

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अब दिखावे का ही रह गया है भारत-तिब्बत व्यापार

नाभीढांग की सुबह खुशनुमा था. चाय पीकर हमने वापसी की राह पकड़ी. कालापानी पहुंचने पर पता चला कि आगे कहीं गर्म…

5 years ago