short story

लॉकडाउन और घर वापसी – एक छोटी कहानी

- कहाँ जा रहे हो? Short Lockdown Story Umesh Tiwari Vishwas - घर वापस. - यहाँ क्या परेशानी है? -…

4 years ago

ज़िंदा गरीब औरत को तो मरा ही समझो डाक्साब!

सर्जिकल वार्ड सेवन में, जुलाई की उमस भरी बदबूदार दोपहर में, सीलन भरे अंडे के छिक्कल पर दरारों जैसी ब्रिटिश…

4 years ago

रसमलाई का ज़ायका

अब से तुम्हारे साथ कहीं आना ही नही है... कहीं नहीं. शिखर होटल चौराहे से एनटीडी की ओर जाती लिंक…

5 years ago

बेपरवाह बच्ची

बेपरवाह बच्ची -पद्मिनी अबरोल ''ये देख लो रश्मि मैडम, इस बच्ची का हाल ! मैंने तीन दिन पहले इसे अच्छे बच्चे…

6 years ago

कछुआ खरगोश की अल्मोड़िया कथा

पटवारी पद के सैकड़ों उम्मीदवार शारीरिक दमखम साबित करने के लिए दस किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा ले रहे थे.…

6 years ago