Priy Abhishek

वीर भोग्या वसुंधरावीर भोग्या वसुंधरा

वीर भोग्या वसुंधरा

शर्मा जी दिल से भगवान को याद कर रहे थे. दिल से मतलब सीधे दिल से. और अचानक भगवान प्रगट…

4 years ago
चटोराबाद में मोहिनी से भेंटचटोराबाद में मोहिनी से भेंट

चटोराबाद में मोहिनी से भेंट

मोहिनी मोहक है. मोहिनी मनभावन है. मोहिनी आज भैया के पास खड़ी है. मोहिनी स्थिर है. मोहिनी स्वाधार है. उसका…

4 years ago
बोलने वाला शायर बनने का मंतरबोलने वाला शायर बनने का मंतर

बोलने वाला शायर बनने का मंतर

“क्या हुआ चचा जान? बड़े बेउम्मीद-बेसहारा से दिख रहे हो!”(Shayar Satire by Priy Abhishek) “यार, शेर लिख-लिख कर मर गया;…

4 years ago
बनारस में पुलिस ने छापा मारकर अवैध कविता बनाने का कारखाना पकड़ाबनारस में पुलिस ने छापा मारकर अवैध कविता बनाने का कारखाना पकड़ा

बनारस में पुलिस ने छापा मारकर अवैध कविता बनाने का कारखाना पकड़ा

बनारस. कल बनारस के लंका थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापा मारकर अवैध कविता बनाने का कारखाना पकड़ा. मौके पर…

4 years ago
शहीद दिवस से नाथूराम स्मरण दिवस तक की यात्राशहीद दिवस से नाथूराम स्मरण दिवस तक की यात्रा

शहीद दिवस से नाथूराम स्मरण दिवस तक की यात्रा

“हर बार मुख्य अतिथि बनने वाले मुख्य अतिथि महोदय, अध्यक्षता के लिए मरे जा रहे अध्यक्ष जी, उपस्थित सखाओं और…

4 years ago
इंद्रसभा के आमंत्रण षड्यंत्र होते हैंइंद्रसभा के आमंत्रण षड्यंत्र होते हैं

इंद्रसभा के आमंत्रण षड्यंत्र होते हैं

“अरी ऐरी आली!”(Satire by Priy Abhishek 2021) “हाँ सखी!” “आली, पूछ न क्या गजब हुआ उस दिन!” “क्या हुआ सखी,…

4 years ago

चुपचाप समय काट लो

"तो हुआ यूँ कि प्रभु दत्तात्रेय के निर्देश पर चित्रगुप्त भगवान् ने श्रीमदभागवत में अमेंडमेंट कर चौबीस गुरुओं में पच्चीसवें…

4 years ago
सालों पुराना नुस्खा: छोटा कैनवाससालों पुराना नुस्खा: छोटा कैनवास

सालों पुराना नुस्खा: छोटा कैनवास

“साहिबान, गाड़ी आपकी चलने वाली है. आपका ध्यान चाहूँगा. बस दो मिनट लूँगा आपका.साहब, कई बार कविता सुनते हैं, उसको…

4 years ago
प्रथम संस्करण की प्रस्तावनाप्रथम संस्करण की प्रस्तावना

प्रथम संस्करण की प्रस्तावना

प्रथम संस्करण की प्रस्तावना लिखते हुए मुझे उतना ही हर्ष हो रहा है जितनी मेरे साथी साहित्यकारों को प्रस्तावना पढ़ते…

4 years ago
कोऊ न जानत कवि की पत्नी के मन की पीरकोऊ न जानत कवि की पत्नी के मन की पीर

कोऊ न जानत कवि की पत्नी के मन की पीर

“कब से ऐसा महसूस हो रहा है?” “ये क्या बकवास है? अरे इसमें महसूस जैसा क्या है, मैं हूँ कवि,…

5 years ago