Kedarnaad

नए अंदाज में सुनिये कुमाऊनी होली मोहन गिरधारी

होली के जश्न में चार चाँद लगाती है कुमाऊनी होली 'हां, हां, हां, हां... मोहन गिरधारी... रूमानी छेड़छाड़ और चुहल…

3 years ago

सुनिए शेरदा अनपढ़ की संगीतबद्ध कविता ‘को छै तू’

इस तरह आने वाली पीढ़ी विरासत को संभालते हुए सम्मान देती है, आगे बढ़ाने में अपना योगदान देती है. शेरदा…

3 years ago

केदारनाद की टोकरी से हरेले का एक गीत

पिछले कुछ सालों से उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा लोक संगीत को नए कलेवर में पेश करने का चलन देखने में…

4 years ago

नयी जिल्द में कुछ पुराने कुमाऊनी गीत

घर में उपलब्ध मामूली संसाधनों से भी अच्छा संगीत तैयार किया जा सकता है, बशर्ते कुछ नया आजमाने की जिद…

4 years ago

केदारनाद की टोकरी से हरेले का गीत

पिछले कुछ सालों से उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा लोक संगीत को नए कलेवर में पेश करने का चलन देखने में…

5 years ago