Girish Lohani

ठैरा और बल से आगे भी बहुत कुछ है कुमाऊनी में

आज अन्तराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस है. कुमाउंनी में मातृभाषा के लिये अगर सबसे उपयुक्त शब्द नज़र में आता है वह है…

6 years ago

आख़िरी साँसें गिन रहा है पहाड़ का काष्ठशिल्प

बढ़ती आधुनिकता के साथ लकड़ी से बने परम्परागत उत्पाद हमारे जीवन से दूर होते-होते अब लगभग लगभग समाप्त हो चुके…

6 years ago

स्कूल में शनिवार को अंग्रेज़ी और घर पर हर रोज संस्कृत बोलेंगे उत्तराखंडी बच्चे

उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने फरवरी 13 तारीख को विधानसभा में अपना अभिभाषण दे दिया है. अपनी सरकार…

6 years ago

सोलह सालों में बारह गुना हो गई उत्तराखंड में शराब से सरकार की आमदनी

पव्वे पर भारी छूट का मौसम फरवरी का महीना आधा बीत चुका है और भारत भर में शराब की दुकानों…

6 years ago

उत्तराखंड में आंगन का राजा ओखल

ओखली अब हिन्दी की किताबों में ओ से ओखली के अलावा शायद ही कहीं देखने को मिले. उत्तराखंड में ओखली…

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सरदार मान सिंह के रूप में सुन्दरलाल बहुगुणा

तीन बेटों और दो बेटियों के बाद 9 जनवरी 1927 को टिहरी रियासत के वन अधिकारी अम्बादत्त बहुगुणा के घर…

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हुड़के की गमक और हुड़किया बौल

उत्तराखण्ड में लोकगीतों की लम्बी परम्परा रही है. यह हमारा दुर्भाग्य है कि इसे लिखित रूप में सहेज कर रखने…

6 years ago

बेटे-बहुएं दिल्ली चले गए घर में रह गए बूढ़े

2017 में उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा पलायन की समस्या निदान हेतु एक आयोग बनाया गया. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बने…

6 years ago

लच्छू कोठारी और उसके सात बेवकूफ बेटे

अभी पिछले दशक तक की बात थी जब कुमाऊं के स्कूलों में मास्टर बच्चे की मूर्खतापूर्ण हरकत पर ताना देकर…

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मिस्त्री की दिहाड़ी से कम है अतिथि राष्ट्रनिर्माताओं की तनख्वाह

पिछले एक सप्ताह से उत्तराखंड राज्य सरकार स्कूलों में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है.…

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