Folk Tale from Uttarakhand

लोक कथा : श्राद्ध की बिल्लीलोक कथा : श्राद्ध की बिल्ली

लोक कथा : श्राद्ध की बिल्ली

किसी जमाने की बात है. एक गांव में सास-बहू रहा करते थे. जैसा की पहाड़ों के हर घर में होता…

3 years ago
बुरा मान गए हमारे पितरबुरा मान गए हमारे पितर

बुरा मान गए हमारे पितर

चौमास बीता. श्राद्ध भी बीत गए. आस पास के बृत्ति ब्राह्मणों के साथ घर के बड़े बूढ़े, कच्चे बच्चे सब…

6 years ago
धौली और नन्दा की कथाधौली और नन्दा की कथा

धौली और नन्दा की कथा

कार्तिग के महीने गांव के ऊपर नीचे की सारियां फसल काटने के बाद खाली हो जाती. आसमान बरसात के बाद…

6 years ago
सरग ददा पाणी देसरग ददा पाणी दे

सरग ददा पाणी दे

चौमासे की झुर-झुर ख़त्म होने के बाद का, भीगी खुनक लिए पहाड़ों का मौसम अपने परदेसियों को धाद (आवाज) देने…

7 years ago