Devesh Joshi

बचपन की सबसे सुरीली यादों में से एक का नाम है हीरा सिंह राणा

बचपन की सबसे सुरीली यादों में से एक का नाम है हीरा सिंह राणा. वो बचपन जिसे कुमाउंनी और गढ़वाली…

4 years ago

पहाड़ में हर आम-ओ-ख़ास के कवि हैं शेरदा

शेरदा अनपढ़, उत्तराखण्ड के एक ऐसे कवि जिसे काव्यकर्म के लिए किसी पढ़ाई-लिखाई की जरूरत न थी. फिर भी समाज…

4 years ago

घुघूति बासूति ई-बुक : बच्चों के लिए अद्भुत उपहार

अगर कोई मुझे पूछे कि बच्चों के गीतों और प्रौढ़ों की कविताओं में क्या अंतर होता है तो मैं कहूंगा,…

4 years ago

हेमवती नंदन बहुगुणा का बचपन और प्रारम्भिक शिक्षा

दुनिया मुझे हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम से जानती है. गाँव वालों के लिए मैं कळ्या था. साँवले वर्ण के…

4 years ago

मुरली सी सरसता वाला दीवाना कवि : मुरली दीवान

मुरली दीवान. एक ऐसा नाम जो समकालीन गढ़वाली कवियों में किसी परिचय का मोहताज़ नहीं. एक ऐसा कवि जो कबीर…

4 years ago

सदेई : भाई-बहिन के निश्छल प्रेम की अमर गाथा

गढ़वाल में चैत के महीने गायी जाने वाली चैती गाथाओं में सदेई का विशिष्ट स्थान है. सदेई की गाथा में…

4 years ago

द्रोणागिरि के लोग आज भी क्यों भगवान हनुमान से नाराज हैं : तीस साल पुरानी रिपोर्ट

प्रकाश पुरोहित जयदीप द्वारा लिखा गया ये आलेख बहुत लोकप्रिय है. नब्बे के दशक में लिखे गये इस आलेख के…

4 years ago

यायावर-लेखक-चित्रकार जयदीप जिनकी प्रेरणा थी पहाड़ की घसेरियां

ईको-टूरिज़्म का स्वप्नद्रष्टा यायावर-लेखक-चित्रकार था जयदीप यायावरी-घुमक्कड़ी का शौक़ कई लोगों को होता है और लेखन प्रतिभा सम्पन्न भी असंख्य…

4 years ago

कल्याण सिंह रावत : हरियाली का मैती

मैती शब्द का शाब्दिक अर्थ यूं तो मायके वाला होता है पर इस शब्द का एक विशिष्ट अर्थ अत्यंत प्रिय…

4 years ago

उत्तराखंड में चैत के महीने गाई जाने वाली बीरू और जसी की प्रेमगाथा

स्वकीया प्रेम की सुखान्त चैती गाथा है जसी गढ़वाल में चैत के महीने में गाए जाने वाले चैती गाथा गीतों…

4 years ago