Column by Amit Srivastava

आप शिकंजी पीना चाहेंगे?आप शिकंजी पीना चाहेंगे?

आप शिकंजी पीना चाहेंगे?

निजी कारणों की वजह से शुरुआत में ही मैं खुद को इस वाकये से अलग कर लेता हूँ. तो वो…

5 years ago
इट इज़ नॉट ब्लाइंडनेस इट्स अ ब्लाइंडफ़ोल्डइट इज़ नॉट ब्लाइंडनेस इट्स अ ब्लाइंडफ़ोल्ड

इट इज़ नॉट ब्लाइंडनेस इट्स अ ब्लाइंडफ़ोल्ड

रिटायर होने के तीन माह पूर्व उनसे एक अनौपचारिक बातचीत थी. - अब तक कितने?  - एक भी नहीं  -…

5 years ago
अपनी निगाह पर भी निगाह रखियेअपनी निगाह पर भी निगाह रखिये

अपनी निगाह पर भी निगाह रखिये

आईपीसी में अपना बचाव करने का अधिकार है, न कर पाने का 'अपराध' नहीं है. कोई धारा नहीं जिसमें सेल्फ…

5 years ago
रिटायरमेंट के बाद कमरे में सोएं, यही चाहते हैं बसरिटायरमेंट के बाद कमरे में सोएं, यही चाहते हैं बस

रिटायरमेंट के बाद कमरे में सोएं, यही चाहते हैं बस

बहुत कुछ घुमड़ रहा था उसकी आँखों में. आँखों में देखकर बातें नहीं कर रहा था वो. सामने मेज पर…

5 years ago
नाम में क्या रखा हैनाम में क्या रखा है

नाम में क्या रखा है

नाना के पास कहानियां थीं. नानी तो हमारे कहानी सुनने की उम्र से पहले ही खुद कहानी हो गईं थीं…

6 years ago
जाने कहाँ से आ टपका ये काला धनजाने कहाँ से आ टपका ये काला धन

जाने कहाँ से आ टपका ये काला धन

कुबेर आजकल बड़ी चिंता में हैं. उनका एक पुत्र कुपुत्र हो गया है. लोग बड़ी मोटी-मोटी गालियाँ देने लगे हैं…

6 years ago
ख़ाकी मर्ज, फ़र्ज़ और कर्ज़ की खिचड़ी हैख़ाकी मर्ज, फ़र्ज़ और कर्ज़ की खिचड़ी है

ख़ाकी मर्ज, फ़र्ज़ और कर्ज़ की खिचड़ी है

युधिष्ठिर सरोवर में लोटा डुबाने ही वाले थे कि बगुला रूपी यक्ष प्रकट हुए और अपनी चिर-परिचित प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की. …

6 years ago
नाम में क्या रखा हैनाम में क्या रखा है

नाम में क्या रखा है

नाना के पास कहानियां थीं. नानी तो हमारे कहानी सुनने की उम्र से पहले ही खुद कहानी हो गईं थीं…

6 years ago
इतनी कोफ़्त होने से आदमी कोफ्ता हो जाता हैइतनी कोफ़्त होने से आदमी कोफ्ता हो जाता है

इतनी कोफ़्त होने से आदमी कोफ्ता हो जाता है

थोथा देई उड़ाय-2 मुझे इस बात की भी कोफ़्त है खुद से, कि आज तक मेरा कलियुगी महासंस्कार नहीं हुआ.…

6 years ago
जिसके हाथों रास है, वो खच्चर का ख़ास हैजिसके हाथों रास है, वो खच्चर का ख़ास है

जिसके हाथों रास है, वो खच्चर का ख़ास है

अंतर_देस_इ (शेष कुशल है) ओए नागरिक अमाँ बाशिंदे अबे देसवासी जियो... बसो... फलो तुम्हारा ख़त (मत) मिला. बहुत उत्साह में…

6 years ago