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बोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबहबोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबह

बोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबह

2022 का नया सवेरा इतिहास की एक नयी तहरीर लेकर मेरे सामने आकर खड़ा हो गया. यह नया सवेरा मेरे…

3 years ago
उत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटियाउत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटिया

उत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटिया

अप्रत्याशित खबर की तरह हिंदी समाज की जुबान पर ‘दून लिटरेचर फेस्टिबल 2016’ छा गया. मुख्य परिकल्पना उत्तराखंड की दो…

3 years ago
भीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दीभीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दी

भीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दी

भीमताल की जून एस्टेट एक मिथक की तरह नैनीताल-वासियों के मन में हमेशा रही है. जब हम लोग नैनीताल के…

3 years ago
मन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रामन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रा

मन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रा

यह यात्रा अलग तरह की थी; ऐसी यात्रा जिसमें असमय हमसे छिन गए कालजयी कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की अंतिम यात्रा…

3 years ago
पन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथकपन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथक

पन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथक

इस किस्से की प्रामाणिकता का मैं दावा नहीं करता. बाकी लोगों की तरह मैंने भी इसे दूसरों के मुंह से…

3 years ago
रियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्मरियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्म

रियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्म

करीब एक पखवाड़े पहले मेरे गाँव के नौजवानों ने व्हाट्सएप्प पर एक ग्रुप शुरू किया, ‘छानागाँव की रियासत’. इसमें नयी…

3 years ago
आध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसारआध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसार

आध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसार

आज समझ में आ रहा है कि आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी ने इतिहास को विधाता क्यों कहा होगा? हमारा यह विधाता…

3 years ago
अंततः हल्द्वानी का हिमालयअंततः हल्द्वानी का हिमालय

अंततः हल्द्वानी का हिमालय

एक: मेरे गाँव से हिमालय हिमालय के बारे में मैंने बड़े नाटकीय अंदाज़ में जाना. हिमालय के बीच ही पैदा…

4 years ago
भैंस-पालकों की घाटी से घोड़ों के दौड़ते झुण्ड वाले देश तक की यात्राभैंस-पालकों की घाटी से घोड़ों के दौड़ते झुण्ड वाले देश तक की यात्रा

भैंस-पालकों की घाटी से घोड़ों के दौड़ते झुण्ड वाले देश तक की यात्रा

मेरा पैतृक गाँव ब्रिटिश अल्मोड़ा के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक छोटा-सा गाँव है, ‘छानगों’; मगर शुरू से ही इसे ‘छानागाँव’…

4 years ago
नैनीताल की झील में एक खतरनाक जीवाणु का घर हैनैनीताल की झील में एक खतरनाक जीवाणु का घर है

नैनीताल की झील में एक खतरनाक जीवाणु का घर है

यह शोध हमारे विश्वविद्यालय में वनस्पति-विज्ञान के प्रोफ़ेसर साहब ने किया था. हिंदी समाज के आम प्राध्यापक की तरह वो…

4 years ago