Ashok Pande

इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है

इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है. सबसे ऊपर रेलवे की पटरी है.…

5 years ago

दुनियाभर के भूत-मसाणों को साध देने वाले हुए मेरे बड़बाज्यू

मेरे दादाजी बलशाली व्यक्ति रहे होंगे. हम छुट्टियों में गाँव जाते थे. दादाजी रात को किस्से सुनाते. हर पिछली शाम…

5 years ago

प्रेमपरकास की बछिया

प्रेमपरकास अग्गरवाल का खानदान पिछली तीन पीढ़ियों से उस पहाड़ी कसबे में तिजारत कर रहा था. तनिक मुटल्ले प्रेमपरकास से…

5 years ago

आज चार्ली चैपलिन की जयन्ती है

आज यह हिसाब लगाना मुश्किल है कि चार्ली चैपलिन किस कदर लोकप्रिय थे. दुनिया के सबसे बड़े कलाकार, चित्रकार, कवि,…

5 years ago

मुनस्यारी के जांबाज़ धरमसिंह मरतोलिया और उनका कुनबा

कोई बीस बरस पहले धरमसिंह लकड़ी काटने जंगल गए थे जब भालू ने उन पर हमला बोल दिया. उनका छोटा…

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यस्य गृहे चहा नास्ति, बिन चहा चहचहायते

नैनीताल में मेरे क्लासफैलो थे कामरेड दीनबंधु पन्त. विचारधारा से वामपंथी इन जनाब की खासियत यह थी कि वे पारिवारिक…

5 years ago

तुम से माफी माँगता हूं सतपुली की विजेश्वरी!

नदी की तरफ उतरते समय वह किनारे पर कपड़े धोती नजर आती है. हम नदी के तट पर दो-एक घंटे…

5 years ago

कुछ तो करना है पहाड़ के लिए

बीस साल तक दुनिया-जहान में तमाम धकापेल कारपोरेट नौकरियां करने के बाद मार्च की एक रात सिड कपूर को उसकी…

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हिन्दी में लिख रहे नौजवान लेखक ‘गहन है यह अन्धकारा’ से खूब सारे सबक सीख सकते हैं

पुलिस को खबर मिलती है कि एक जली हुई सिर कटी लाश मिली है. पुलिस तफ्तीश करती है और कई…

5 years ago

पहाड़ की बेकरियों में बनने वाला फैन पूरे देश को एक बनाता है

भारत में फैन की मूल डिजाइनिंग इस तरह की गयी है कि कांच के नन्हे गिलास के साथ उसका ज्यामितीय…

5 years ago