स्मृतियाँ

ऐसा भी कहीं होता है?ऐसा भी कहीं होता है?

ऐसा भी कहीं होता है?

पिछली पोस्ट में मैंने भारत के कालजयी लेखक प्रेमचंद के परिवार के साथ रहने के कारण खुद को सौभाग्यशाली व्यक्तियों…

6 years ago
वो कॉर्क की बॉल, पत्थर के विकेट, वो लकड़ी का बैट और वह छक्कावो कॉर्क की बॉल, पत्थर के विकेट, वो लकड़ी का बैट और वह छक्का

वो कॉर्क की बॉल, पत्थर के विकेट, वो लकड़ी का बैट और वह छक्का

पहाड़ और मेरा जीवन भाग-16 (पोस्ट को लेखक सुन्दर चंद ठाकुर की आवाज में सुनने के लिये प्लेयर के लोड…

6 years ago
और वह मुर्गी का चूजा दो महीने बाद जाने कहां से लौट आयाऔर वह मुर्गी का चूजा दो महीने बाद जाने कहां से लौट आया

और वह मुर्गी का चूजा दो महीने बाद जाने कहां से लौट आया

पहाड़ और मेरा जीवन भाग-15 (पिछली क़िस्त : और इस तरह रातोंरात मैं बुद्धू बच्चे से बना एक होशियार बालक…

6 years ago
और इस तरह रातोंरात मैं बुद्धू बच्चे से बना एक होशियार बालकऔर इस तरह रातोंरात मैं बुद्धू बच्चे से बना एक होशियार बालक

और इस तरह रातोंरात मैं बुद्धू बच्चे से बना एक होशियार बालक

पहाड़ और मेरा बचपन – 14 (पिछली क़िस्त : और इस तरह जौ की ताल ने बचाई इज्जत, मैंने मां…

6 years ago
और इस तरह जौ की ताल ने बचाई इज्जत, मैंने मां के सामने स्वाभिमान की रक्षा कीऔर इस तरह जौ की ताल ने बचाई इज्जत, मैंने मां के सामने स्वाभिमान की रक्षा की

और इस तरह जौ की ताल ने बचाई इज्जत, मैंने मां के सामने स्वाभिमान की रक्षा की

पहाड़ और मेरा बचपन – 13 (पिछली क़िस्त : और हम वापस पहुंचे पहाड़ों की गोद में, ठुलीगाड़ बना पिथौरागढ़…

6 years ago
और हम वापस पहुंचे पहाड़ों की गोद में, ठुलीगाड़ बना पिथौरागढ़ में अड्डाऔर हम वापस पहुंचे पहाड़ों की गोद में, ठुलीगाड़ बना पिथौरागढ़ में अड्डा

और हम वापस पहुंचे पहाड़ों की गोद में, ठुलीगाड़ बना पिथौरागढ़ में अड्डा

पहाड़ और मेरा बचपन – 12 (पिछली क़िस्त : उधमपुर में दो साल के छोटे भाई की मौत और पिता…

6 years ago
उधमपुर में दो साल के छोटे भाई की मौत और पिता का थोड़ा पगला जानाउधमपुर में दो साल के छोटे भाई की मौत और पिता का थोड़ा पगला जाना

उधमपुर में दो साल के छोटे भाई की मौत और पिता का थोड़ा पगला जाना

पहाड़ और मेरा बचपन – 11 (पिछली क़िस्त : जम्मू में नदी से मछलियां पकड़ना और अर्चना वर्मा की कॉपी…

6 years ago
जम्मू में नदी से मछलियां पकड़ना और अर्चना वर्मा की कॉपी से नकल करनाजम्मू में नदी से मछलियां पकड़ना और अर्चना वर्मा की कॉपी से नकल करना

जम्मू में नदी से मछलियां पकड़ना और अर्चना वर्मा की कॉपी से नकल करना

पहाड़ और मेरा बचपन – 10 (पिछली क़िस्त : हां मैंने चलाए साइकल के लचक मारते, पुराने टायर और भरपूर…

6 years ago
हां मैंने चलाए साइकल के लचक मारते, पुराने टायर और भरपूर मजा लूटाहां मैंने चलाए साइकल के लचक मारते, पुराने टायर और भरपूर मजा लूटा

हां मैंने चलाए साइकल के लचक मारते, पुराने टायर और भरपूर मजा लूटा

पहाड़ और मेरा बचपन – 9 (पिछली क़िस्त : कंचों के खेल ने साबित किया कि मैं कृष्ण जैसा अवतार…

6 years ago