देवेन मेवाड़ी

कुमारस्वामी और काम के वे दिनकुमारस्वामी और काम के वे दिन

कुमारस्वामी और काम के वे दिन

कहो देबी, कथा कहो – 45 पिछली कड़ी - कहां थे मेरे उजले दिन “हां, तो कहो देबी. फिर क्या…

6 years ago
कहां थे मेरे उजले दिनकहां थे मेरे उजले दिन

कहां थे मेरे उजले दिन

कहो देबी, कथा कहो – 44 पिछली कड़ी - तोर मोनेर कथा एकला बोलो रे सांझ ढल गई थी और…

6 years ago
वनवासी टांगिया, बीहड़ों का बागी और वे अनोखे कारीगरवनवासी टांगिया, बीहड़ों का बागी और वे अनोखे कारीगर

वनवासी टांगिया, बीहड़ों का बागी और वे अनोखे कारीगर

कहो देबी, कथा कहो – 37 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 36 बैंक की नौकरी के दौरान मैं…

6 years ago
अनजाने संपेरे, नट और जादूगरअनजाने संपेरे, नट और जादूगर

अनजाने संपेरे, नट और जादूगर

कहो देबी, कथा कहो – 36 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 35 “कहो देबी, कहां चले गए थे?…

6 years ago
साथ चलती हुई चीजें : वे तखत, जड़ें और जैकेटसाथ चलती हुई चीजें : वे तखत, जड़ें और जैकेट

साथ चलती हुई चीजें : वे तखत, जड़ें और जैकेट

ललछोंह लकड़ी की इस टीवी ट्रॉली और किताबों की इन दो छुटकी रैकों को जब भी देखता हूं तो राजपुरा,…

6 years ago
वह डायरी, ट्राजिस्टर और स्टोववह डायरी, ट्राजिस्टर और स्टोव

वह डायरी, ट्राजिस्टर और स्टोव

कतिपय कारणों से हमारे प्रिय लेखक देवेन मेवाड़ी की सीरीज कहो देबी, कथा कहो इस सप्ताह प्रकाशित नहीं की जा…

6 years ago
मेले में अकेलेमेले में अकेले

मेले में अकेले

कहो देबी, कथा कहो – 35 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 34 उन्हीं दिनों एक लंबी यात्रा पिथौरागढ़…

6 years ago

हींग लगे न फिटकरी, मालिक की जै-जै : मेले कैसे-कैसे

कहो देबी, कथा कहो – 34 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 33 वह नई शाखाओं के खुलने और…

6 years ago
नाटक में नाटकनाटक में नाटक

नाटक में नाटक

कहो देबी, कथा कहो – 33 पिछले कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 32 नौकरी की आपाधापी में ही जब…

6 years ago
इल्म-ओ-अदब का शहर लखनऊइल्म-ओ-अदब का शहर लखनऊ

इल्म-ओ-अदब का शहर लखनऊ

कहो देबी, कथा कहो – 32 पिछले कड़ी कहो देबी, कथा कहो –31 काम भी खाना-खज़ाना भी, यह सब तो…

6 years ago