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मलूक दादा का अगला दांव

उत्तिष्ठ अर्थात् उठो, न कि उठाओ क्षीण कटि, क्षीण स्वभाव. वैसे उनकी संपूर्ण ही काया क्षीण थी. सुतवाँ शरीर.साहस और…

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मेडिकल काॅलेज हल्द्वानी में दिखे रैगिंग के कई रंग

राजकीय मेडिकल काॅलेज हल्द्वानी में इन दिनों हलचल कुछ ज्यादा ही हो रही है. यह हलचल पढ़ाई की नहीं और…

6 years ago

शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 14

मुगले आजम (सलीम-अनारकली एंड वाट इज़ देयर इन नेम) इसकी पटकथा भी वहीं लिखी गयी त्रिशूल के कमरा नंबर पांच…

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डिलीवरी फर्श पर, मौत सरकारी संवेदना की हुई

देहरादून में संवेदनहीनता का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे हम अक्सर दूर-दराज गांवों में अक्सर सुना करते हैं.…

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बेरीनाग टू बंबई वाया बरेली भाग- 1

[विनोद कापड़ी ने बहुत छोटी जगहों से जीवन की शुरुआत कर संसार में अपने लिए एक बड़ी जगह तैयार की…

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जै श्री राम वाले भाई साहब

भाई साहब मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम के भक्त हैं. दुआ सलाम "जै राम" के उदघोष से करते और आह भरते…

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भारत में शिशु मृत्यु दर : पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत का आंकड़ा पहली बार 10 लाख से कम

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार भारत में वर्ष 2017 में 8 लाख 2 हज़ार बच्चों की मौत हुई…

6 years ago

विष्णु खरे: बिगाड़ के डर से ईमान का सौदा नहीं किया

विष्णु जी नहीं रहे. हिंदी साहित्य संसार ने एक ऐसा बौद्धिक खो दिया, जिसने ‘बिगाड़ के डर से ईमान’ की बात…

6 years ago

‘अपनी धुन में कबूतरी’ वृत्तचित्र का प्रदर्शन

(जगमोहन रौतेला की रपट) कुमाउनी लोकजीवन के ऋतुरैंण, न्योली, छपेली, धुस्का व चैती आदि विभिन्न विधाओं की लोकप्रिय लोकगायिका रही…

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विनोद कापड़ी को जानिये

उत्तराखंड के बेरीनाग इलाके से ताल्लुक रखने वाले विनोद कापड़ी की नई फिल्म ‘पीहू’ इसी महीने रिलीज़ होने वाली है.…

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