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सुतली उस्ताद और फेसबुक

जल के असंख्य नाम होते हैं. मेरे एक परम सखा के भी ऐसे ही असंख्य नाम हैं. कोई तीसेक साल…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 68

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

चचा ग़ालिब के जन्मदिन पर उनकी हवेली से एक रपट

सुबह जब गली मीर क़ासिम जान पहुंचा तो उनकी हवेली, जिसे अब एक स्मारक में तब्दील कर दिया गया है,…

6 years ago

बिना दूल्हे वाली बारात की भी परम्परा थी हमारे पहाड़ों में

अक्सर हमें अपने बड़े-बूढ़ों से सुनने को मिलता है कि एक ज़माने में सैनिकों या किसी अन्य वजह से घर…

6 years ago

देश में बनी पहली गढ़वाली फिल्म थी ‘जग्वाल’

बृहस्पतिवार, 4 मई 1983 का दिन. दिल्ली का रफ़ी मार्ग सैकड़ों की भीड़ से अटा हुआ था. रफ़ी मार्ग में…

6 years ago

जौनसार बावर के लोक गायक और उनके गीतों की सांस्कृतिक प्रतिबद्धता

इंटरनेट और सोशल मीडिया के अस्तित्व में आने के बाद से जौनसार बावर में गीत गाने वालों की बाढ़ सी…

6 years ago

पहाड़ी फौजी की कथा मारफ़त छप्पन ए. पी. ओ.

फ़ौज की मुश्किल नौकरी से छुट्टियों के लिए पहाड़ के घर लौट रहे एक मामूली सिपाही से अपनी कविता 'रामसिंह'…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 67

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

बावन सेज, तिरसठ आँगन, सत्तर ग्वालिन लूट लिए

साधो हम बासी उस देस के – 7 -ब्रजभूषण पाण्डेय (पिछली कड़ी : स्वस्थ बातचीत का वर्जित विषय ) साँकल…

6 years ago

बाबा आमटे : तेज रफ़्तार कार से नीली हवाई चप्पल तक

नागपुर की सड़क पर डबल कार्बोरेटर वाली कार जिसके गद्दों के कवर खुद शिकार किए गए जंगली जानवरों की खाल…

6 years ago